चंडीगढ़
पंजाब में अवैध रेत खनन कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है। एजेंसी की ओर से जिन लोगों पर छापेमारी की गई है, उनमें से एक राज्य के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी का भतीजा भूपिंदर सिंह हनी भी है। एजेंसी ने मंगलवार को सुबह ही भूपिंदर सिंह हनी और उसके 10 अन्य ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। पंजाब में वोटिंग से कुछ सप्ताह पहले इस ऐक्शन के चलते राजनीति तेज हो सकती है। aईडी की इस छापेमारी को कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का चुनावी दांव बताया है। पंजाब चुनाव में कांग्रेस की मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने ट्वीट किया, 'चुनाव के दौरान भाजपा सरकार सीबीआई, ईडी और आटी रेड्स का इस्तेमाल करती है।' लांबा ने कहा कि सीएम चन्नी की बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा डर गई है। इसलिए अब वह अपनी बी-टीमों के जरिए छापेमारी जैसे काम कर रही है।
पंजाब में ड्रग्स माफिया के अलावा रेत माफिया का मुद्दा भी हमेशा से चुनावी मुद्दा रहा है। ऐसे में इस छापेमारी के चलते भाजपा की ओर से कांग्रेस को घेरा जा सकता है। पंजाब की 117 सीटों पर एक ही राउंड में 20 फरवरी को मतदान होना है। इससे पहले राज्य में 14 फरवरी को मतदान होना तय था, लेकिन रविदास जयंती के चलते कांग्रेस सभी दलों ने चुनाव को टालने की मांग की थी। इसके बाद आयोग ने सोमवार को मतदान 20 फरवरी को कराने का फैसला लिया है। दरअसल 16 फरवरी को रविदास जयंती है और पंजाब सरकार का कहना है कि राज्य से बड़ी संख्या में लोग इस मौके पर वाराणसी जाते हैं और यदि चुनाव होता है तो फिर समस्या होगी। सीएम चन्नी का कहना था कि यदि 14 फरवरी को चुनाव होते हैं तो करीब 20 लाख लोग वोट नहीं डाल सकेंगे। उनकी ओर से चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी गई थी। इसके बाद अन्य दलों ने भी इस मांग का समर्थन किया था।