Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस क्यों मानते हैं, क्यों रहेगी इस बार उत्साह में कमी, जाने सब कुछ?

Republic Day 2022: गणतंत्र दिवस (Republic Day) भारत में स्वतंत्र गणराज्य बनने की ख़ुशी में भारतीय इसको राष्ट्रीय पर्व के रूप में मानते है. इसे हर साल 26 जनवरी को धूमधाम से मनाया जाता है. देश में गणतंत्र दिवस या रिपब्लिक डे के अवसर पर स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम होते हैं और इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है. लेकिन इस बार रिपब्लिक डे का उत्साह कम रहेगा क्यूंकि covid -19 का संक्रमण दुनिया पर हावी है. दुनिया भर में इस संक्रमण से लोग जूझ रहें है. सुरक्षा के लिहाज से स्कूल और NCC के बच्चे इस बार गणतंत्र दिवस नहीं मना पाएंगे।

स्वतंत्र गणराज्य बनने के उपलक्ष में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है
साल 1950 में भारत का संविधान लागू किया गया था. स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने संविधान अपनाया था. 26 जनवरी 1950 को संविधान को लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था. यानी 2 साल 11 महीने और 18 दिन बाद संविधान लागू हुआ था. इस दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया था.

पहली बार 1950, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया गया था
पहली बार गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को मनाया गया था. इस दिन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ ध्वजारोहण किया था और भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया था. तब से हर साल 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.

26 जनवरी 2022 को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगी
26 जनवरी 2022 को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. इस बार गणतंत्र दिवस पर अलग यह होगा कि गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 23 जनवरी यानी सुभाष चंद्र बोस जयंती से शुरू होगा, जबकि पिछले साल तक यह 24 जनवरी से शुरू होता था. वहीं, इस बार इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति नहीं जली होगी, क्योंकि इसका विलय राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल )में कर दिया गया है.

गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति झंडा फहराते है
भारत के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित समारोह में ध्वजारोहण करते हैं. गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति भव्य परेड की सलामी लेते हैं. राज्यों में वहां के राज्यपाल राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. वहीं, स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं और राज्यों में मुख्यमंत्री ध्वजारोहण करते हैं.