
नई दिल्ली।
भारत में कोरोना के मामले फिर से लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले दस दिनों से हर दिन काफी तेज रफ्तार में नए केस सामने आए हैं। देश में 27 दिसंबर को 6,780 नए मामले सामने आए थे, जो कि छह जनवरी को 1.17 लाख तक पहुंच गए। कोरोना आंकड़ों के अध्ययन से यह समझ में आता है कि मौजूदा उछाल बड़े शहरों में हो रहा है। ये वैसे शहर हैं जहां लोग विदेश से आते हैं।आपको यह भी जानना जरूरी है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला केस विदेश में ही मिला था।
हाउ इंडिया लाइव्स (एचआईएल) ने 5 जनवरी तक जिला स्तर के मामलों को संकलित किया है। हिन्दुस्तान टाइम्स ने इन जिलों को ग्रामीण इलाकों के आधार पर पांच श्रेणियों में वर्गीकृत किया है। पूरी तरह से शहरी जिलों, ज्यादातर महानगरों और कुछ राजधानी शहरों में ग्रामीण आबादी का हिस्सा 20% से कम है। पूरी तरह से ग्रामीण जिलों में 20% से कम शहरी आबादी है। अन्य श्रेणियों के बीच में 20% का अंतराल है। मामलों के अध्ययन से से पता चलता है कि पूरी तरह से शहरी जिलों में नए मामलों का 7-दिवसीय औसत बढ़ रहा है।
दिल्ली और मुंबई सबसे अधिक शहरी श्रेणी में आते हैं। यहां 7-दिनों का औसत सबसे अधिक है। इसके अलावा गुजरात में सूरत, मध्य प्रदेश में इंदौर और महाराष्ट्र में पालघर में भी मामले बढ़े हैं। वहीं ग्रामी आबादी वाले देश के 34 जिलों में संक्रमण की रफ्तार अपेक्षाकृत कम है। इन जिलों में छत्तीसगढ़ का रायगढ़, बिहार का गया और हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा शामिल हैं।