सिरसा
जिले में सोमवार से हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थियों को बूस्टर डोज लगनी शुरू हो गई। पहले दिन वैक्सीनेशन सेंटरों पर वे लोग वैक्सीन लगवाने पहुंचे जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से मैसेज भेजे गए थे। 60 वर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थियों ने बूस्टर डोज लगवाने के बाद कहा कि सरकार का यह सराहनीय कदम है। इससे बुजुर्ग संक्रमण से बच सकेंगे। पहले दिन हेल्थ वर्करों को वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाई जा रही है। जिले में करीब एक लाख 60 हजार लाभार्थियों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी।
- बूस्टर डोज लगवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोर्टल पर उन्हीं लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है, जिनको वैक्सीन की दूसरी डोज लगे नौ महीने हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऐसे लाभार्थियों को मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। वैक्सीन लगवाने के लिए लाभार्थी खुद भी रजिस्ट्रेशन कर सकता है तथा मौके पर भी रजिस्ट्रेशन हो सकेगा।
- कोरोना संक्रमण रोकने के लिए देशभर में बीते वर्ष 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था। वैक्सीन लगवाने की पहली कड़ी में स्वास्थ्य वर्करों को डोज लगवाई गई थी। उस समय हेल्थ वर्कर्स भी वैक्सीन डोज लगाने से कतरा रहे थे, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आगे आकर पहले वैक्सीन की डोज लगवाई थी और दूसरे कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया था।
- कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में मरीजों को इलाज करते समय हेल्थ वर्कर्स सीधे संक्रमण की चपेट में आएगे, ऐसे में विभाग ने उन्हें फिर से वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गाें को संक्रमण का खतरा अधिक है। फ्रंट लाइन वर्कर्स भी संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। उन्हें वैक्सीन लगे नौ महीने से अधिक हो चुके हैं।