नई दिल्ली
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) को अपनी पहली महिला वाइस चांसलर मिल गई हैं. प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी (Santishree Dhulipudi Pandit) को JNU की नई वाइस चांसलर बनाया गया है. शांतिश्री धूलिपुडी फिलहाल तक सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर हैं.
फिलहाल तक प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार जेएनयू के वाइस चांसलर थे. अब उनको यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (UGC) का नया चेयरमैन बनाया गया है. JNU वीसी के तौर पर जगदीश कुमार का 5 साल का कार्यकाल 26 जनवरी 2021 को समाप्त हो गया था. इसके बाद जेएनयू के वाइस चांसलर के कार्यकाल का विस्तार किया गया था.
जारी नोटिस के मुताबिक, शांतिश्री धूलिपुडी का कार्यकाल पांच साल का होगा, यह उस दिन से शुरू होगा, जिस दिन शांतिश्री ऑफिस ज्वाइन करेंगी.
शांतिश्री धूलिपुडी का जन्म 15 जुलाई 1962 को रूस में हुआ. शांतिश्री धूलिपुडी के माता और पिता दोनों ही अकादमिक बैकग्राउंड से थे. रिटायर्ड सिविल कर्मचारी पिता धुलीपुडी अंजनेयुलु पत्रकार और लेखक भी थे. वहीं माता मुलामूदी आदिलक्ष्मी रूस के Leningrad Oriental Faculty Department (USSR) में तमिल और तेलुगु की प्रोफेसर थीं.
जेएनूय की छात्रा से पहली महिला कुलपति तक का सफर
यह पहली बार है कि देश के इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की कमान किसी महिला वाइस चांसलर के पास होगी। प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित पुणे विश्वविद्यालय में राजनीति एवं लोक प्रशासन विभाग की प्रोफेसर रही हैं। उनके पास व्यापक अनुभव है। वे जेएनयू की पूर्व छात्रा भी रहीं हैं।
प्रेसीडेंसी कॉलेज, मद्रास और कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से भी की पढ़ाई
प्रोफेसर पंडित ने जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एमफिल और भारतीय संसद एवं विदेश नीति पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने अमेरिका की नामचीन कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क में डिप्लोमा भी किया है। इसके अलावा इतिहास और सामाजिक मनोविज्ञान में बीए और एमए राजनीति विज्ञान प्रेसीडेंसी कॉलेज, मद्रास से किया है।
गोवा विश्वविद्यालय से की अकादमिक करियर की शुरुआत
प्रोफेसर पंडित ने 1988 में गोवा विश्वविद्यालय से अपने अकादमिक शिक्षण करियर की शुरुआत की और इसके बाद 1993 में वे पुणे विश्वविद्यालय चली गईं। उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक निकायों में प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है। वह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) की सदस्य भी रही हैं।
प्रो जगदीश कुमार की लेंगी जगह
जेएनयू के कार्यवाहक कुलपति प्राेफेसर एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी का चेयरमैन नियुक्त किए जाने के बाद से यह पद रिक्त था। प्रोफेसर कुमार ने अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद से ही कार्यवाहक कुलपति का दायित्व संभाल रहे थे।