तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री की अपील- ‘शवरमा खाने से करें परहेज, यह हमारा भोजन नहीं’

चेन्नई
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने लोगों से शवरमा खाने से बचने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि यह भारतीय व्यंजनों का हिस्सा नहीं है। रविवार को मेगा टीकाकरण अभियान की देखरेख के बाग पत्रकारों को संबोधित करते हुए सुब्रमण्यन ने कहा कि अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं और लोगों को उन चीजों को खाने से बचना चाहिए जो उनके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, "शवरमा पश्चिमी भोजन है। यह पश्चिमी देशों की जलवायु परिस्थितियों के कारण उपयुक्त हो सकता है। उन क्षेत्रों में तापमान माइनस डिग्री तक जा सकता है। अगर इसे बाहर रखा भी जाए तो यह खराब नहीं होता है। मांस का कोई भी सामान हो अगर फ्रीजर में इसे सही हालत में नहीं रखा गया तो ये खराब हो जाते हैं। उन खराब हो चुकी चीजों को खाने से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।" सुब्रमण्यम ने आगे कहा कि देश भर में मौजूद शवरमा की दुकानों में उचित भंडारण की सुविधा नहीं है। वे उन्हें खुले में रखते हैं, जहां धूल भी पड़ते हैं। युवाओं की रुचि के कारण कई दुकानों ने बिना किसी उचित सुविधा के पकवान बेचना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, “कोई भी यह नहीं सोच रहा है कि क्या यह भोजन हमारी जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल है। जो लोग इन वस्तुओं को बेचते हैं वे भी वास्तव में इस बात की परवाह नहीं करते हैं कि उनके पास मांस को सुरक्षित रखने की क्या सुविधा है। वे सिर्फ बिजनेस एंगल के बारे में सोच रहे हैं। दो-तीन शिकायतों के बाद हमने खाद्य सुरक्षा विभाग को राज्य भर में इन दुकानों का निरीक्षण करने का आदेश दिया है। आवश्यक सुविधाएं नहीं होने पर करीब 1,000 दुकानों पर जुर्माना लगाया गया है। हम इस अभियान को जारी रखने और आवश्यक कार्रवाई करने जा रहे हैं।''

तमिलनाडु के मंत्री की यह टिप्पणी केरल के कासरगोड जिले के एक भोजनालय से 1 मई को शवरमा खाने से एक युवा लड़की की मौत और 58 लोगों के बीमार पड़ने के बाद आई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि भोजनालय से एकत्र किए गए 'शवरमा' सैंपल में साल्मोनेला और शिगेला का पता चला है।

Exit mobile version