नई दिल्ली
कोरोना काल में यूपी, पंजाब समेत 5 राज्यों में चुनाव कराए जाने के सवाल का जवाब मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने शायराना अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है। उन्होंने कहा कि हमें महामारी से निकलने का यकीन रखना होगा। चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तराखंड और गोवा में ज्यादातर लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। यूपी में 90 फीसदी वयस्कों को कम से एक टीका लग चुका है। उन्होंने कोरोना नियमों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पोलिंग बूथ पर तैनात सभी चुनाव अधिकारियों के लिए यह जरूरी होगा कि उन्हें कोरोना के दोनों टीके लगे हों। चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने चुनावों का ऐलान करते हुए कहा कि सभी कार्यक्रमों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। कोरोना काल में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है। यूपी समेत 5 राज्यों के चुनावों में 690 सीटों पर मतदान कराया जाना है। हमने सभी राज्यों के डीजीपी और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर चुनावी तैयारियों का जायजा लिया है। कोरोना काल में भी चुनाव कराना हमारा कर्तव्य है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि 1620 पोलिंग स्टेशनों पर महिला कर्मचारी होंगी। सभी राज्यों के लिए मतदाता सूची 5 जनवरी को प्रकाशित हुई है। इसमें 24.9 लाख नए वोटर जोड़े गए हैं। पोलिंग स्टेशनों में 16 फीसदी का इजाफा हुआ है। कोरोना के चलते ही पोलिंग बूथों में इजाफा किया गया है।
वोटिंग का समय बढ़ा, रोड शो और रैलियों पर लग गई रोक
कोरोना संकट से निपटने के लिए आयोग ने यूपी समेत सभी 5 राज्यों में वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा सभी राज्यों में 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, बाइक रैली, नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगा दी गई है। सिर्फ वर्चुअल कैंपेन की ही अनुमति होगी। 15 जनवरी के बाद हालात की समीक्षा की जाएगी। यदि कोरोना नियंत्रण में होता है तो फिर कुछ छूट दी जा सकती हैं।
उम्मीदवारों को मिला ऑनलाइन नामांकन का विकल्प
इसके अलावा सभी उम्मीदवारों को विकल्प दिया गया है कि वे ऑनलाइन नामांकन दाखिल कर सकें। चुनाव आयुक्त ने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल आपराधिक छवि वाले कैंडिडेट को चुनता है तो उसके बारे में अखबारों में जानकारी देनी होगी। इसके अलावा यह भी बताना होगा कि उन्हें क्यों चुना गया है। उम्मीदवारों को भी अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मुकदमों के बारे में जानकारी होगी।