मिर्जापुर
जिले के चिल्ह थाने से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव की रहने वाली एक मुस्लिम युवती ने हरियाणा निवासी एक हिंदू युवक के साथ मंदिर में पंद्रह साल पूर्व हिंदू रीति रिवाज से शादी कर लिया। दो साल पहले वह मायके आई तब उसके पति को उसके धर्म के बारे में जानकारी मिली। उसके बाद से महिला बच्चों संग अपने मायके में ही रहने लगी और गांव के ही एक युवक से प्रेम कर बैठी। बाद में प्रेमी और जीजा संग मिलकर बड़े बेटे का खतना करवा दी। बच्चों से मिलने के लिए चार माह पूर्व पति जब ससुराल आया तो उसे इस बात की जानकारी हुई। उसके बाद उसने शनिवार को चिल्ह थाने में मुकदमा दर्ज कराया। महिला और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
15 साल पहले मंदिर में की थी शादी
लखनपुर गांव की रहने वाली 32 वर्षीय बेबी 15 साल पहले अपनी बड़ी बहन के घर हरियाणा के पानीपत में स्थित नांगलखेड़ी में गई थी। वहीं पर उसने अरुण कुमार सिंह नामक युवक से प्रेम कर लिया। अरुण का आरोप है कि इस दौरान बेबी ने अपने धर्म के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं दी। प्रेम परवान चढ़ा तो दोनों हिंदू रीति रिवाज से एक मंदिर में शादी कर लिया। शादी के बाद दोनों एक साथ रहने लगे। इस दौरान उनके तीन बच्चे भी हो गये। दो वर्ष पूर्व कोरोना संक्रमण के दौरान बेबी ने मायके आने की जिद की।
ससुराल आया अरुण तो उड़ गये होश
पत्नी बेबी की जिद के बाद अरुण उसे और अपने तीनों बच्चों गोलू (11), काजल (9), सोना (7) को लेकर बेबी के मायके लखनपुर में आया। यहां आने पर उसे पता चला कि बेबी दूसरे धर्म की है। यह सब जानने के बाद अरुण अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर हरियाणा जाना चाहा, लेकिन बेबी ने मना कर दिया। उसके बाद दोनों में कहा सुनी हो गई और अरुण अकेले हरियाणा चला गया।
दो चार माह पर आता था बच्चों से मिलने
यह सब हो जाने के बाद बच्चों को लेकर बेबी अपने मायके में ही रहने लगी। बच्चों से मिलने के लिए दो चार माह के अंतराल में अरुण लखनपुर आता जाता था। चार माह पहले जब वह बच्चों से मिलने आया तो पता चला कि बेबी अपने गांव के रहने वाले शरीफ नामक एक युवक से प्रेम करती है और उसी के साथ बच्चों को लेकर रहती है। इसकी जानकारी होने के बाद अरुण ने बेबी की खोजबीन की लेकिन जानकारी नहीं मिली।
प्रेमी और जीजा संग मिलकर बेटे का करा दी खतना
पत्नी बेबी और बच्चों की खोजबीन कर रहे अरुण को गांव वालों से पता चला कि बेबी ने अपने प्रेमी शरीफ और जीजा फुल्लन व आफताब के साथ मिलकर बड़े बेटे गालू का खतना करवा दिया है। यह सब जानने के बाद अरुण काफी परेशान हुआ। वह चार माह तक बेबी और अपने बच्चों की तलाश करता रहा। शुक्रवार को अपने प्रेमी शरीफ के साथ बेबी लखनपुर पहुंची। इसकी जानकारी मिलने के बाद अरुण शनिवार को चिल्ह थाने पहुंचा और तहरीर देने के साथ ही पुलिस को लेकर बेबी के घर पहुंचा।
महिला और उसके प्रेमी गिरफ्तार
चिल्ह पुलिस ने आरोपी महिला बेबी और उसके प्रेमी शरीफ को गिरफ्तार कर लिया। वहीं महिला का जीजा प्रफुल्ल और आफताब फरार हैं। सीओ सदर शैलेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि धर्म छुपाकर बेबी ने हरियाणा के रहने वाले अरुण सिंह नामक युवक से शादी की थी। कोरोना काल में अरुण उसे मायके लेकर आया तो इसकी जानकारी हुई। उसके बाद बेबी अपने मायके में ही रुक गई और यहां दूसरे युवक के साथ वह रहने लगी। बेबी ने अपने बेटे गोलू का खतना भी करवा दिया। अरुण की तहरीर पर बेबी के साथ ही तीन अन्य लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन कराने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस जांच कर रही है।