नई दिल्ली
केंद्र सरकार की अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में युवा सड़कों पर उतर गए हैं. शहर-शहर से तोड़फोड़, आगजनी, हिंसा, लूट की तस्वीरें सामने आ रही हैं. इसी बीच एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी चेतावनी देते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वालों को बाद में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने इंडिया टुडे-आजतक को बताया कि हम इस तरह की हिंसा की निंदा करते हैं. क्योंकि इस तरह का विरोध प्रदर्शन समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करने वालों को पुलिस वैरिफिकेशन के दौरान क्लियरेंस नहीं मिलेगी.
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि अग्निपथ योजना एक सकारात्मक पहल है. जिन लोगों को इस योजना को लेकर किसी भी प्रकार की चिंता है, या आशंका है तो वह पास के सैन्य स्टेशन, वायु सेना या नौसेना के ठिकानों से संपर्क कर सकते हैं और अपनी शंकाओं को दूर कर सकते हैं.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि प्रदर्शन करने की बजाय युवा योजना को लेकर सही जानकारी हासिल करें. इसे बारीकी से समझें. तभी इस योजना के लाभ उन्हें समझ में आएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि योजना को समझने के बाद सारे भ्रम-संदेह दूर हो जाएंगे.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि 4 साल के कार्यकाल में युवा न सिर्फ अपने देश की सेवा करेंगे, बल्कि सेवानिवृत्त होने के बाद वह अनुशासित हो जाएंगे. सरकार और डिफेंस नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं की चिंताओं और डर को दूर करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि योजना को लागू करने के बाद ये भी देखा जाएगा कि कि इसमें कोई बदलाव या सुधार की जरूरत है या नहीं.
इससे पहले वायु सेना प्रमुख ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए भारतीय वायु सेना द्वारा चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी. इसके साथ ही आयु सीमा (एज लिमिट) बढ़ाकर 23 साल करने पर उन्होंने कहा कि इससे युवाओं का एक बड़ा वर्ग भर्ती के नए मॉडल के तहत नामांकन कर सकेगा.