कोलकत्ता
पशु तस्करी मामले (Animal Smuggling Case) में टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस बीच शनिवार को अनुब्रत मंडल ( Anubrata Mandal) को सीबीाई की विशेष अदालत में पेश किया गया और कोर्ट ने उन्हें 24 अगस्त के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया. एजेंसी ने मंडल पर जांच में सहयोग न करने का भी आरोप लगाया है.
अनुब्रत मंडल को 10 दिनों की हिरासत के बाद शनिवार को आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया था. कोर्ट में शनिवार को सीबीआई ने यह दावा किया कि टीएमसी नेता अनब्रत मंडल अपने बॉडीगॉर्ड सहगल हुसैन के जरिए गाय तस्करी के माफिया एनामुल हक के संपर्क में बने हुए थे.
मंडल को ‘‘बहुत शक्तिशाली और अत्यधिक प्रभावशाली व्यक्ति’’ बताते हुए सीबीआई ने टीएमसी नेता की हिरासत बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि वह ‘‘जमानत मिलने पर गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं और सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं.’’
सीबीआई के वकील ने कहा कि 10 बार समन जारी होने के बावजूद मंडल का ‘शुरू से ही असहयोगी रवैया रहा है.’ वकील ने यह भी दावा किया कि मंडल ने एक डॉक्टर पर पर्चे में ‘‘पूरी तरह आराम करने’’ की सलाह लिखने लिए भी दबाव डाला था. मंडल को 11 अगस्त को सीबीआई ने कथित पशु तस्करी घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था.
बता दें पशु तस्करी मामले में सीबीआई का टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल और उनके परिवार पर शिकंजा कसता जा रहा है. मंडल और उनके परिवार के सदस्यों की 16.97 करोड़ की सावधि जमा की निकासी पर रोक लगा दी है.
अधिकारियों ने बताया कि जांच में पाया गया कि मंडल ने कथित तौर पर अपने सहयोगियों को नकदी प्रदान कर इसे बैंक खातों में जमा कराया और बाद में अपने नाम पर सावधि जमा में तब्दील कर दिया.