मोरक्को में 7.2 तीव्रता के भूकंप से ताश के पत्तों की तरह गिरी इमारतें, 632 जिंदगियां मलबे में दफन

मोरक्को में 120 साल का सबसे ताकतवर भूकंप

रबात। अफ्रीकी देश मोरक्को शुक्रवार—शनिवार की रात 120 साल के सबसे भीषण भूकंप से कांप गया। शुरुआती समाचारों के अनुसार 632 लोगों की मौत हो चुकी है। 329 लोग जख्मी हैं। मोरक्को जियोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी। यह शुक्रवार की देर रात आया। हालांकि, अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने इसकी तीव्रता 6.8 बताई है। कहा है कि ये इस इलाके में 120 साल में आया सबसे ताकतवर भूकंप है।

कई इमारतें ढहीं
मोरक्को के स्टेट टेलीविजन ने बताया कि भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं। भूकंप का एपिसेंटर एटलस पर्वत के पास इघिल नाम का गांव बताया जा रहा है, जो माराकेश शहर 70 किलोमीटर की दूरी पर है। भूकंप की गहराई जमीन से 18.5 किलोमीटर नीचे थी। पुर्तगाल और अल्जीरिया तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।

मलबे में दफन​ जिंदगियां
भूकंप से इमारतें मलबे और धूल में तब्दील हो गईं। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल ऐतिहासिक माराकेच में पर्यटकों का ध्यान खींचने वाली लाल दीवारों के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, उत्तरी अफ्रीका में भूकंप काफी दुर्लभ है। इससे पहले 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब हजारों लोगों की मौत हो गई थी।