
नीमच
बिजली कंपनी द्वाा किसानों को बिजली बिल पर सही तरीके से सब्सिडी प्राप्त हो सके, इसके लिए इन दिनों उनके घर-घर जाकर आधार व मोबाइल नंबर फीड कराए जा रहें हैं। इससे वास्तविक किसानों को बिजली बिल पर सब्सिडी मिल सकेगी। बिजली कंपनी के अधिकारियेां का कहना है कि बिजली बिल में आधार लिंक करने से कृषका को ही मिल पाएगी। अभी तक करीब 65 हजार 847 किसानों का सर्वे कर आधार व मोबाइल नंबर फीड हो गए है। अब सिर्फ पांच फीसदी शेष बचे है।
सरकारी कामकाज में आए दिन बदलाव देखने को मिल रहा है। पहले रसोई गैस पर सब्सिडी शुरू हुई, अब किसानो को बिजल बिल पर भी सरकारी सब्सिडी दी जा रही है। किसान को बिजली बिल पर सरकारी सब्सिडी चाहिए तो उसे अपने बिजली बिल के साथ आधार कार्ड को लिंक करना आवश्यक है। ऐसा नहीं पूरा बिल भरना होगा। वर्तमान में क्षेत्र के सभी किसानों को अपने कृषि पंप के कनेक्शन पर आधार कार्ड लिंक कराना आवश्यक हो गया है। अभी विद्युत वितरण कंपनी के कार्यालय सहित बिजली कर्मचारी किसानों के घर-घर जाकर आधार को बिजली बिल से लिंक कर रहें है।
कांटे जाएंगे बकायादारों के बिजली कनेक्शन
विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के अनुसार इस माह में बकायादारो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिन लोगों ने अपने बिलों का भुगतान नहीं किया है। उनका विद्युत प्रदाय रोक दिया जा रहा है। अधिकारियों के आदेश के बाद जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। कृषि पंप, उपभोक्ताओं की शासन द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है एवं मा ३७५० रुपए सालभर में बिल दिया जाता है। सब्सिडी जारी रहे, इसके लिए विद्युत कनेक्शन के साथ आधार एवं मोबाइल नंबर दर्ज किए जाना अति आवश्यक है। इसके लिए ग्राम में जाकर आधार एवं मोबाइल लिए जा रहे है। आधार नहीं देने की स्थिति में सब्सिडी प्रदान नहीं की जाएगी।