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मूंग खरीदी में गड़बड़ी करने वाले हिमानी वेयर हाउस को बना दिया धान खरीदी केंद्र

वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा भेजा गया प्रपोजल, सीहोर जिले में करीब 5683 किसानों ने कराया पंजीयन

सीहोर। मूंग खरीदी में जमकर गड़बड़ी करने वाले हिमानी वेयर हाउस कोसमी को अब धान खरीदी केंद्र भी बना दिया गया है। अब एक बार फिर से हिमानी वेयर हाउस को खुलेआम गड़बड़ी करने की अनुमति दे दी गई है। हिमानी वेयर हाउस में मूंग खरीदी में जमकर धांधली हुई थी। यहां पर जिन किसानों ने अपनी मूंग दी थी उनको अब तक उनका पैसा भी नहीं मिला है और अब फिर से धान खरीदी केंद्र बना दिया गया है। सीहोर जिलेभर में करीब 5683 एवं रेहटी तहसील में 1400 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए अपना पंजीयन कराया है। रेहटी तहसील के 1400 किसानों के लिए सिर्फ 3 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। ऐसे में एक बार फिर से किसान अपनी उपज बेचने के लिए परेशान होंगे।

वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा भेजा गया प्रपोजल-
बुधनी विधानसभा क्षेत्र की रेहटी तहसील में वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के जिम्मेदारों की मिलीभगत से जमकर मनमानी चल रही है। इस मनमानी का असर यह हो रहा है कि किसान परेशान हो रहे हैं। रेहटी तहसील में धान खरीदी के लिए तीन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें हिमानी वेयर हाउस कोसमी, गुरूकृपा वेयर हाउस मोगरा एवं वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के बोरी कैप को खरीदी केंद्र बनाया गया है। इनमें से हिमानी वेयर हाउस कोसमी में मूंग खरीदी में जमकर धांधली हुई थी। इससे पहले भी यह वेयर हाउस अपनी मनमानी के कारण चर्चाओं में रहा। दरअसल खरीदी केंद्र के निर्धारण से पहले उपार्जन समिति बनाई जाती है और वेयर हाउसिंग कारपोरेशन से प्रपोजल बुलाए जाते हैं। ये प्रपोजल स्थानीय प्रबंधकों द्वारा भेजे जाते हैं। रेहटी तहसील की मप्र वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के जिम्मेदारों ने मिलीभगत करके फिर से गड़बड़ी करने वाले हिमानी वेयर हाउस के नाम का प्रपोजल भेज दिया, ताकि एक बार फिर से यहां पर गड़बड़ी करके लाखों के बारे-न्यारे हो सकें।
दूर-दूर हैं खरीदी केंद्र, किसान होंगे परेशान-
मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि किसानों को परेशानियां न आए, इसके लिए उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री धान खरीदी में होने वाली गड़बड़ियों को लेकर भी हर बार आगाह करते हैं, चेतावनी देते हैं, निर्देश देते हैं, लेकिन धान खरीदी से जुड़ी एजेंसियां एवं इनके जिम्मेदारों द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशों एवं चेतावनी को भी हवाहवाई कर दिया जाता है। इस बार भी जो धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं वे इतनी दूर-दूर हैं कि किसानों को यहां पर धान ले जाने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। किसानों को यहां पहुंचने के लिए परिवहन में ज्यादा राशि भी खर्च करना पड़ेगी।

इनका कहना है-

सीहोर जिले में धान खरीदी के लिए 17 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर पंजीयन कराने वाले 5683 किसानों की धान खरीदी होगी। जहां तक ब्लैक लिस्टेड हिमानी वेयर हाउस को खरीदी केंद्र बनाने का मामला है तो इसके लिए उपार्जन कमेटी बनाई जाती है और इसके लिए वेयर हाउसिंग कारपोरेशन की तरफ से प्रपोजल भेजा जाता है। इस आधार पर ही खरीदी केंद्र बनाए जाते हैं।
– सुनील बोहित, जिला आपूर्ति अधिकारी, सीहोर

सीहोर जिले में धान खरीदी का कार्य शुरू हो गया है। धान खरीदी के लिए जरूरी बारदाने एवं अन्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता है। धान खरीदी केंद्रों का निर्धारण जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा किया जाता है।
– प्रशांत बामनकर, जिला प्रबंधक, विपणन संघ, सीहोर

रेहटी तहसील में तीन खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। खरीदी केंद्र का निर्णय जिला स्तर पर होता है।
– डॉली राठौर, प्रबंधक, मप्र वेयर हाउसिंग कारपोरेशन, बोरी कैप

धान खरीदी के लिए रेहटी तहसील में 1400 किसानों के पंजीयन हुए हैं और इनके लिए तीन खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जरूरत के अनुसार इन खरीदी केंद्रों की संख्या बढ़वाई जाएगी। धान खरीदी के लिए स्लॉट बुकिंग होगी और इसके लिए पर्याप्त मात्रा में बारदानें भी उपलब्ध हैं।
– रघुवीर मालवीय, शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, रेहटी

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