हरदा मामले को लेकर सीहोर में भी करणी सेना ने सौंपा ज्ञापन, जांच की मांग

सीहोर। बीते दिनों हरदा में करणी सेना पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को करणी सैनिकों ने सीहोर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की है। करणी सेना जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह चौहान ने बताया कि हरदा जिले में एक वर्ष पूर्व हीरा खरीद से जुड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, जिसमें आशीष राजपूत द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। उन्होंने मोहित एवं उमेश नाम के व्यक्तियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुइ थी तथा आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, परन्तु बाद में उन्हें पर्याप्त कार्यवाही के ही छोड़ दिया गया। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस से आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ किए जाने की गुहार लगाई थी, बावजूद फरियादी को थाने में अपमानित किया गया तथा पुलिस द्वारा अभद्रता कर लाठीचार्ज किया। इसके बाद पीड़ित पक्ष को ही गिरफ्तार कर लिया गया, जिसकी वजह से आमजनों में आक्रोश फैल गया। श्री चौहान ने बताया कि करणी सेना द्वारा सौंपे गए इस ज्ञापन के दौरान सर्व समाज के सदस्य उपस्थित रहे। करणी सैनिकों ने बताया कि हरदा में पीड़ित पक्ष के समर्थन में आमजनों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा था। इस धरना प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए प्रशासन द्वारा करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष को हरदा बुलाया, जैसे ही जीवन सिंह शेरपुर हरदा पहुंचे उन पर लाठीचार्ज करते हुए हमला कर दिया, जिससे हरदा प्रशासन की मंशा स्पष्ट उजागर हो गई। ज्ञापन के माध्यम से करणी सैनिकों ने बताया कि हरदा में राजपूत छात्रावास पर भी पुलिस द्वारा हमला किया गया। छात्रों पर लाठीचार्ज किए गए। इस बर्बरता का नजारा पूरे देश ने देखा है। छोटी-छोटी बच्चियों से मारपीट की गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सार्वजनिक है। करणी सैनिकों ने मांग की है कि करणी सेना के जिन निर्दाेष लोगों पर मामला दर्ज किया है, उसे वापस लिया जाए। मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए।

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