वन नेशन, वन इलेक्शन: कमेटी की पहली बैठक में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ गृहमंत्री ने की चर्चा

कमेटी में शामिल कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी नहीं आए

नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली के 12 जनपथ रोड पर वन नेशन—वन इलेक्शन को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ बुधवार (6 सितंबर) को बैठक की। एक राष्ट्र, एक चुनाव की संभावनाओं को तलाशने को लेकर बनी कमेटी के चेयरमैन रामनाथ कोविंद हैं। वहीं इस समिति के सदस्य अमित शाह भी हैं। कोविंद और शाह की मुलाकात के दौरान केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। दरअसल केंद्र सरकार ने शनिवार (2 सितंबर) को कोविंद की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति के गठन का नोटिफिकेशन जारी किया था।

चौधरी ने समिति में रहने से किया इनकार
कमेटी के सदस्य गृह मंत्री अमित शाह के अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप, एनके सिंह, पूर्व सीवीसी संजय कोठारी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद हैं। हालांकि अधीर रंजन चौधरी ने बाद में समिति का हिस्सा बनने से मना कर दिया था।

कमेटी का क्या काम है?
सरकार ने लोकसभा, राज्य विधानसभाओं, नगर पालिकाओं और पंचायतों के चुनाव एक साथ कराने के मुद्दे पर गौर करने और जल्द से जल्द सिफारिशें देने के लिए कमेटी गठित की है। कमेटी संविधान, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और किसी भी अन्य कानून एवं नियमों की पड़ताल करेगी। साथ ही विशिष्ट संशोधनों की सिफारिश करेगी, क्योंकि एकसाथ चुनाव कराने के उद्देश्य से इनमें संशोधन की आवश्यकता होगी। समिति इस बात की भी पड़ताल और सिफारिश करेगी कि क्या संविधान में संशोधन के लिए राज्यों के समर्थन की आवश्यकता होगी।