
इंदौर
इंदौर शहर में रंगपंचमी पर अलग-अलग संस्थाओं द्वारा निकाली जाने वाली गेर का मार्ग इस बार परिवर्तित करना पड़ेगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि राजवाड़ा क्षेत्र में गेर के तय मार्ग से अतिक्रमण हटाने के कारण मलबा पड़ा हुआ है। इस कारण यह मार्ग बंद है। इस संबंध में कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि गेर का मार्ग तो बदलना पड़ेगा, लेकिन इस बारे में गेर के आयोजकों से चर्चा की जाएगी। इसके बाद ही परिवर्तित मार्ग के बारे में स्पष्ट किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण इंदौर में दो साल से होली के बाद आने वाली रंगपंचमी पर गेर नहीं निकल रही है। इस बार कोरोना संक्रमण का असर न होने से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने स्वयं होली, रंगपंचमी मनाने के साथ गेर निकालने की सार्वजनिक घोषणा कर दी। इस कारण गेर आयोजक भी उत्साहित हो गए हैं। गेर आयोजकों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
होली के बाद बंद हो सकती है हेरिटेज ट्रेन
मानसून में जिस हेरिटेज ट्रेन में पयर्टकों की भीड़ उमड़ती थी, उसे होली के बाद बंद करने की तैयारी है। हालांकि मानसून सीजन में इसे फिर से चालू कर दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा महू से पातालपानी, कालाकुंड के बीच अंग्रेजों के जमाने में बने मीटरगेज ट्रैक पर हेरिटेज ट्रेन का संचालन किया जाता है। फरवरी आते-आते ट्रेन में यात्रियों की कमी हो जाती है। मार्च, अप्रैल में तापमान 40 डिग्री तक जाएगा। रास्ते के पहाड़ की हरियाली और नदियां भी सूख जाएगी।
ऐसे में इतनी गर्मी में इस ट्रेन में यात्री सफर के लिए नहीं पहुंचते हैं। पूर्व में रेलवे इस ट्रेन को केवल शनिवार और रविवार को भी चला कर देख चुका है लेकिन यात्री नहीं मिलते हैं। इसलिए इस बार इसे गर्मी में बंद कर दिया जाएगा। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया कि अभी इस संबंध में मुख्यालय से आदेश नहीं आया है। वहां से जैसे निर्देश मिलेंगे वैसा किया जाएगा।