अयोध्या। जन—जन की आस्था के प्रतीक भगवान श्रीराम के जन्मस्थल अयोध्या में मंदिर निर्माण का काम पूरे जोर—शोर से चल रहा है। इधर मकर संक्रांति के बाद मंदिर के गर्भग्रह में पूजित भगवान श्रीरामलला के पूजित विग्रह को स्वर्णजडित महापीठ पर विराजित कर दिया जाएगा। भगवान को नगर भ्रमण भी कराया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भेजा गया है। इसमें तिथियों का जिक्र है। इनमें से किसी एक तिथि के लिए प्रधानमंत्री के समय की मांग की गई है। प्रधानमंत्री मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार आयोजन के लिए 21 और 22 जनवरी 2024 की तारीख तय की गई है।
इस मुहूर्त की सबसे ज्यादा चर्चा
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के न्यासी कामेश्वर चौपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री की व्यस्तता और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आयोजन की रूपरेखा बनाई जा रही है। 22 जनवरी को अतिउत्तम मुहूर्त है, इसलिए इसकी चर्चा ज्यादा है। मूर्धन्य आचार्यों के निर्देशन में प्राणप्रतिष्ठा होगी। इसके लिए देश—विदेश से कई गणमान्य अतिथि जुटेंगे।