नई संसद में बढेगी ‘शक्ति’, महिला-आरक्षण बिल हो सकता है पेश, कांग्रेस बिना शर्त करेगी समर्थन

नए संसद भवन में कामकाज शुरू

नई दिल्ली। ये देश की आधी आबादी के सबसे बडी खबर है। गणेश चतुुर्थी पर देश के नए संसद भवन में कामकाज की शुरुआत हो गई और पहले ही दिन वर्षों से लंबित महिला आरक्षण बिल पर भी चर्चा होने के आसार बन गए हैं। एक समाचार एजेंसी के अनुसार 18 सितंबर को पुराने संसद भवन में कार्रवाई का आखिरी दिन था और पांच दिनी स्पेशल स़त्र की शुरुआत के पहले दिन कामकाज खत्म होने के बाद मोदी केबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी है।

180 सीटें बढाने पर चर्चा
केंद्र सरकार लोकसभा में 180 सीटें बढ़ा सकती है। वर्तमान में लोकसभा में 543 सीटें हैं। सीटें बढ़ीं तो कुल सीटें 743 हो जाएंगी। महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में 2010 में ही पास हो चुका है। इसमें महिलाओं को 33% आरक्षण देने का प्रावधान है। उस समय समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के विरोध के कारण ये बिल लोकसभा में पास नहीं हो पाया था। इधर कांग्रेस बगैर किसी शर्त के इस बिल का सम​र्थन करने की घोषणा कर चुकी है।

क्या 888 तक बढेगी सांसदों की चर्चा
इधर चर्चाएं यह भी हैं कि लोकसभा में सांसदों की संख्या 888 तक पहुंचाई जाएगी। नए संसद भवन में इसी के आधार पर सीटों की संख्या इतनी रखी गई है।