संसद भवन परिसर में धरना प्रदर्शन,अनशन पर प्रतिबंध, भड़का विपक्ष,जारी हुआ आदेश

नई दिल्ली
 संसद भवन परिसर में अब प्रदर्शन, धरना, भूख हड़ताल आयोजित नहीं किए जा सकते हैं। सचिवालय की ओर से परिपत्र जारी किया गया है। राज्यसभा के महासचिव के नए आदेश के अनुसार, संसद सदस्य किसी भी धरने या हड़ताल के लिए अब इस परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं।

मानसून सत्र से ठीक पहले ऐसा आदेश, होगा हंगामा

यह आदेश तब जारी किया जब संसद का मानसून सत्र शुरू होना है। इससे पहले गुरुवार को असंसदीय शब्दों की सूची पर जारी की गई थी। असंसदीय शब्दों के संकलन में जुमला, जुमलाजीवी, बालबुद्धि, विनाश पुरुष, स्नूपगेट और ड्रामा जैसे कई शब्द शामिल किए गए हैं।

पीसी मोदी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सदस्य किसी भी प्रदर्शन, धरना, हड़ताल, उपवास, या किसी तरह के धार्मिक समारोह को करने के उद्देश्य से संसद भवन के परिसर का उपयोग नहीं कर सकते हैं। आपको बता दें कि संसद के इस सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आसार हैं। विपक्ष के पास महंगाई, बेरोजगारी, अग्निपथ योजना जैसे ऐसे कई मुद्दे हैं, जिसपर सरकार के साथ तकरार देखने को मिल सकती है।

राज्यसभा महासचिव के आदेश की कॉपी शेयर करते हुए कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है। इस फैसले पर विपक्ष भड़क गया है। राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने भी इस पर ट्वीट किया। उन्होंने आदेश की कापी को शेयर करते हुए लिखा, 'विश्वगुरु का नया काम- D(h)arna मना है।