चंडीगढ़
पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह का आज दिल्ली दौरा है। इस दौरान वह भाजपा के सीनियर नेताओं से मुलाकात करेंगे। जिसमें पंजाब चुनाव को लेकर चर्चा होगी। इसके अलावा पंजाब में सीट शेयरिंग पर बात होगी। अमरिंदर के अलावा शिअद (संयुक्त) के सुखदेव ढींढसा भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हो सकती है।
अगले साल जनवरी महीने में पंजाब चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में अब संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा, कैप्टन और ढीढंसा तेजी से सीट शेयरिंग फाइनल करने में जुटे हैं।
इस फॉर्मूले पर लड़ेंगे चुनाव
कैप्टन, भाजपा और शिअद(संयुक्त) इस बार पारंपरिक गठबंधन नहीं बल्कि सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें हर सीट पर देखा जाएगा कि किसका उम्मीदवार जीतने की पोजिशन में है। उसे ही वहां से टिकट दे दी जाएगी। जिसका दूसरी पार्टियां पूरा समर्थन करेंगी। इसमें सीटों के नंबर नहीं बल्कि जीतने की क्षमता को तरजीह दी जा रही है।
शहरों में BJP और गांवों में कैप्टन-ढींढसा ग्रुप को टिकट
सूत्रों के मुताबकि पंजाब में BJP शहरों में किस्मत आजमाएगी। पंजाब की कुल 117 सीटों में से 40 शहरी सीटें हैं। जिनमें भाजपा अपना उम्मीदवार उतार सकती है। इसके अलावा 51 सेमी अर्बन सीटों में भी जहां शहरी वोट ज्यादा है, वहां भाजपा का कैंडिडेट होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींढसा की शिअद (संयुक्त) के उम्मीदवार उतारे जाएंगे। इसकी बड़ी वजह ग्रामीण वोट बैंक में इन दोनों नेताओं की पैठ और किसान आंदोलन की वजह से भाजपा के विरोध से बचना होगा।