जिम्मेदारी बढ़ने की सुगबुगाहट के बीच पूर्व सीएम का तंज, दिल्ली में बैठकर कस्बों को नहीं समझा जा सकता

भोपाल
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ की पार्टी के राष्टÑीय संगठन में जिम्मेदारी बढ़ने की सुगबुगाहट के बीच उन्होंने दिल्ली में बैठे नेताओं पर तंज कसा है। नाथ ने कहा है कि दिल्ली, मुंबई, बैगलुरू में बैठकर देश की बात करने वाले लोग भोपाल या कस्बों को नहीं समझते हैं। हालांकि यह माना जा रहा है कि यह तंज उन्होंने कांग्रेस के जी-23 के लोगों को लेकर किया है, लेकिन इस बात में यह भी संकेत समझा जा रहा है कि उन्होंने अपनी बात से कांग्रेस के सभी नेताओं को बड़ा संदेश दिया है। ताकि सभी नेता दिल्ली से निकलकर कस्बों में जाकर पार्टी को मजबूत करने का काम करें।   कमलनाथ ने यह भी बताया हैं कि आने वाले तीन महीने पार्टी संगठन के लिए बहुत ही अहम होंगे। इस बात से यह भी कयास तेज हो गए है कि उनकी प्रदेश के साथ ही केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी बढ़ सकती है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव को किया याद
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव को उनके जन्मदिन पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से लेकर उनके गृह ग्राम बोरांवा में श्रद्धा सुमन अर्पित किये गए। भोपाल में कमलनाथ ने पीसीसी पहुंचकर उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की। बोरांवा में पूर्व प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण यादव एवं पूर्व मंत्री सचिन यादव ने परिवार सहित अपने पिता के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।

महंगाई से परेशान जनता पर अब बिजली का बोझ भी बढ़ा: नाथ
कमलनाथ ने बिजली की दरें बढ़ाई जाने पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा है कि जनता पहले से ही पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, खाद्य पदार्थो की बढ़ती कीमतों से परेशान है और अब सरकार ने बिजली भी महंगी कर दी। जनता महंगाई से राहत की मांग कर रही है। दूसरी तरफ भाजपा सरकार लगातार महंगाई बढ़ाकर जनता की कमर तोड़ने का काम कर रही है। हमारी सरकार ने उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली देकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया था लेकिन जबसे भाजपा सरकार आई आम उपभोक्ताओं को हजरों रुपए के बिल थमाये जा रहे हैं।

गृह मंत्री बोले नाथ सरकार ने बिना काम ठेकेदार को किया भुगतान
ईओडब्ल्यू में दर्ज हुए 877 करोड़ का बिना काम शुरू हुए ठेकेदार को भुगतान करने के मामले में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर निशानासाधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार ने ठेकेदारों को बिना काम किए भुगतान किया है। इसमें से तीन अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश के 7 बांध और नहर परियोजनाओं के 3300 करोड़ के मामले पर ईओडब्ल्यू ने तत्कालीन प्रमुख अभियंता राजीव सुकलीकर, अधीक्षण यंत्री शरद श्रीवास्तव और मुख्य अभियंता शिरीष मिश्रा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।