बंगाल का मतलब बिजनेस नहीं… ब्लड है, सुवेंदु अधिकारी का ममता सरकार के व्यापार शिखर सम्मेलन पर तंज

कोलकाता

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा का जिक्र करते हुए पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बंगाल का मतलब अब ब्लड हो गया है। बंगाल अब व्यापार के लिए नहीं है, जैसा कि बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन के जरिए दिखाने का इरादा है। विपक्ष के नेता ने कहा कि राज्य में सिंडिकेट राज कायम है, जिससे उद्योगों के पनपने के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, "…बंगाल में उद्योग नहीं हो सकते, लैंड पॉलिसी खराब है। यहां सिंडिकेट राज है, चाहे वह कोयला हो… यह व्यापार के लिए बंगाल नहीं है, लेकिन बंगाल ब्लड के लिए है और बंगाल 'बीरभूम बम' के लिए है।"

'राज्य में विपक्ष की कोई मान्यता नहीं'
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन का निमंत्रण मिला है, अधिकारी ने कहा कि राज्य में विपक्ष की कोई मान्यता नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार 'परिवार के लिए, परिवार द्वारा' है। उन्होंने कहा कि निमंत्रण का कोई सवाल ही नहीं… बंगाल में एलओपी की कोई मान्यता नहीं है। व्यवस्था ऐसी है कि यह परिवार, परिवार और 'कालीघाट बनर्जी परिवार' के लिए है।"

बंगाल में 20,000 करोड़ रुपये का होगा निवेश
वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपतियों ने बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार में भरोसा जताते हुए बुधवार को आयोजित बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन-2022 (बीजीबीएस) के छठे सत्र में कई उद्योगपतियों ने यह प्रतिबद्धता जताई। अडाणी समूह ने अकेले अगले एक दशक के दौरान पश्चिम बंगाल में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।