त‎मिलनाडु में भाजपा अपने दम पर एक सीट भी नहीं जीत सकती: स्टालिन 

चेन्नई । साल 2014 के बाद से देश के विभिन्न राज्यों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा चुकी भारतीय जनता पार्टी को लेकर डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बड़ा बयान दिया है। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि एक राज्य में हुए चुनावों के परिणाम के आधार पर आप न तो पूरे देश के मूड का अनुमान लगा सकते हैं और न ही लगाना चाहिए। स्टालिन ने कहा कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में गेम के रूल्स अलग-अलग होते हैं। देश में एक राज्य से दूसरे राज्य में भाजपा के समर्थन में भिन्नता है। खासतौर पर अपने राज्य तमिलनाडु के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि भाजपा ने क्षेत्रीय सहयोगियों की पीठ पर सवार होकर अतीत में और पिछले राज्य के चुनावों में विधानसभा सीटें जीती हैं। बीजेपी अपने दम पर एक भी सीट नहीं जीत सकती। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों के अधिकारों को हड़पने की कोशिश कर रही है और समवर्ती सूची के सब्जेक्ट्स को भी अपना मानने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा राज्यपालों के जरिए विभिन्न राज्यों में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश कर रही है। विभिन्न राज्यों में निर्वाचित सरकारों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे नियुक्त राज्यपालों का व्यवहार और दृष्टिकोण हमारे संविधान का उपहास है। एमके स्टालिन ने कहा कि सिर्फ डीएमके ही नहीं बल्कि केरल में सीपीआई-एम तेलंगाना में बीआरएस पश्चिम बंगाल में टीएमसी और दिल्ली में आम आदमी पार्टी इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक खेल खेलने वाले राज्यपाल संघ के लोकतांत्रिक और संघीय स्वरूप के लिए शुभ नहीं हैं। इसे ठीक किया जाना चाहिए।

Exit mobile version