मुंबई
भाजपा ने महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए तीसरे उम्मीदवार को खड़ा किया है। भाजपा के इस फैसले पर शिवसेना ने खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं। दरअसल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल सहित भाजपा के तीन उम्मीदवारों, कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी और राकांपा के प्रफुल्ल पटेल ने 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन दाखिल किया। इसके साथ ही महाराष्ट्र में छठी सीट के लिए करीबी मुकाबले का मंच तैयार हो गया।
क्या है महाराष्ट्र में राज्यसभा सीट का समीकरण?
महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटें खाली हुई हैं, जिनमें कांग्रेस और राकांपा के पास एक-एक सीट जीतने के लिए प्रयाप्त संख्या है, जबकि भाजपा के पास दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त विधायक हैं। शिवसेना के पास एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने के लिए पर्याप्त संख्या है। हालांकि, उसे अपने दूसरे उम्मीदवार का चुनाव सुनिश्चित करने के लिए अपने सहयोगियों और अन्य निर्दलीय उम्मीदवारों से 30 और वोटों की आवश्यकता है। दरअसल भाजपा अपने बूते दो सीट जीत सकती है। कांग्रेस, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) एक-एक सीट अपने बूते जीत सकती है। साथ ही महाविकास आघाडी (एमवीए) में शामिल तीनों दलों के पास एक अन्य सीट जीतने के लिए अतिरिक्त वोट होंगे। शिवसेना अपनी दूसरी सीट जीतने के लिए इन्हीं वोटों पर निर्भर है।
दिलचस्प बना महाराष्ट्र का राज्यसभा चुनाव
भाजपा ने तीसरे उम्मीदवार धनंजय महादिक को आगे बढ़ाकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। राज्य में अब छह राज्यसभा सीटें हैं और महादिक की उम्मीदवारी के साथ उम्मीदवार सात हो गए हैं। महादिक को भाजपा ने शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार संजय पवार की संभावना को कम करने के लिए मैदान में उतारा है।
शिवसेना ने भाजपा पर लगाए खरीद परोख्स के इल्जाम
शिवसेना के संजय राउत, जो पवार के साथ राज्यसभा सीट के उम्मीदवार हैं, ने कहा कि भाजपा खरीद-फरोख्त में शामिल होने की कोशिश कर रही है। राउत ने कहा, "वे खरीद-फरोख्त करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके लिए अपना तीसरा उम्मीदवार खड़ा करना एक चाल थी। हमारी सरकार इस चुनाव पर कड़ी नजर रखे हुए है।" वहीं, कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि आंकड़े एमवीए के पक्ष में हैं और इसके सभी उम्मीदवार जीतेंगे।
देवेंद्र फडणवीस बोले- अपना उम्मीदवार वापस ले शिवसेना
महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा के तीसरे उम्मीदवार को खड़ा करने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा, "हमें खरीद-फरोख्त करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हमने तीन उम्मीदवारों को खड़ा किया है क्योंकि हमें विश्वास है कि हमारे तीन उम्मीदवार निर्वाचित होंगे। शिवसेना को अपना दूसरा उम्मीदवार वापस लेना चाहिए। हमारे सभी उम्मीदवार राज्य से हैं और उसी पार्टी से हैं। हमें विश्वास है कि लोग अपने विवेक का इस्तेमाल करेंगे और हमारे उम्मीदवार को वोट देंगे। कोई खरीद-फरोख्त नहीं होने वाली है।'
भाजपा के पास प्रत्येक उम्मीदवार के लिए 42 सीटों के साथ, अपने तीन उम्मीदवारों में से दो – पीयूष गोयल और अनिल बोंडे – को निर्वाचित होने के लिए पर्याप्त संख्या है। बीजेपी के पास अब 22 वोट बचे हैं। पार्टी का आकलन है कि उसे बाकी वोट निर्दलीय और शिवसेना, राकांपा और अन्य पार्टियों के असंतुष्ट विधायकों को लुभाकर मिलेगा।