2024 की तैयारी में अभी से कूदी भाजपा, ऐसे बनाई बूथों को मजबूत करने की रणनीति

नई दिल्ली
 
आज यानी 26 मई को केंद्र की मोदी सरकार को सत्ता में आए पूरे आठ साल हो गए हैं। हालांकि पार्टी इन आठ साल का उत्सा मनाने के अलावा अभी के अगले आम चुनावों की तैयारी में जुट गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को अपने सांसदों और विधायकों को 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों के तहत अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में कमजोर बूथों को मजबूत करने का निर्देश दिया।

इस मामले से परिचित भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि पार्टी देश भर में लगभग 74, 000 चुनावी बूथों में संगठन को मजबूत करने और आउटरीच गतिविधियों को बढ़ावा देने की योजना बना रही है, जहां यह अपेक्षाकृत कमजोर है। 2024 के चुनावों की योजना भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी के शीर्ष नेताओं और कुछ वरिष्ठ मंत्रियों और बूथ प्रभारी के साथ हुई बैठक में तैयार की गई थी। जहां पार्टी ने अपने प्रत्येक सांसदों को 100 बूथों का प्रभार लेने का निर्देश दिया, वहीं अपने विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 25 बूथों पर पहुंच बढ़ाने के लिए कहा है। एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों से विपक्षी सांसदों की सीटों 140 से अधिक लोकसभा सीटों का दौरा करने और विभिन्न सामाजिक योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत करने के लिए भी कहा है। अधिकारी ने कहा कि मंत्रियों को उन्हें सौंपे गए प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में तीन दिन बिताने के लिए कहा गया है।
 
बैठक में नरेंद्र मोदी सरकार की आठवीं वर्षगांठ मनाने की तैयारियों का भी जायजा लिया गया। एचटी ने 26 अप्रैल को बताया था कि पार्टी ने लगभग 74, 000 बूथों पर पार्टी की उपस्थिति को मजबूत करने के वास्ते एक अभ्यास करने के लिए चार सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन किया है। ये वो बूथों हैं जहां भाजपा को लगता है कि उसके पास अपनी सुधार करने की गुंजाइश है।

 

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