94 की उम्र में भी है हवा का रुख बदलने की ताकत, प्रकाश सिंह बादल को पंजाब घुमाने की तैयारी में अकाली

 नई दिल्ली

पंजाब चुनाव वैसे तो कई मायने में महत्वपूर्ण है, लेकिन वयोवृद्ध अकाली नेता प्रकाश सिंह बादल का इमोशनल दांव इस चुनाव को त्रिकोणीय बना सकता है। इस बात को ध्यान में रखकर शिरोमणि अकाली दल की तरफ से न सिर्फ बादल को उनकी परंपरागत लांबी सीट से चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की गई है बल्कि बुर्जुग नेता के जरिये जनता के नाम इमोशनल अपील कराने की भी तैयारी की जा रही है। चुनाव प्रचार जब पीक पर होगा तो बादल को राज्य में घुमाने की भी तैयारी है। यदि चुनाव आयोग जनसभाओं की मंजूरी देता है तो उनकी अनेक सभाएं भी कराई जा सकती हैं।

सूत्रों की मानें तो 94 की उम्र पार कर चुके बादल अभी भी चुनाव प्रचार बनाने की रणनीति में जुटे हैं। राज्य में चुनावी स्थिति को लेकर यह संदेश जा रहा है कि मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है। लेकिन शिरोमणि अकाली दल खुद को कांग्रेस से सीधे मुकाबले में मान रहा है। बसपा से गठबंधन से उसे दलित वोट मिलने की उम्मीद है। शिअद चाहता है कि मतदान से पहले लोगों में जा रहा यह संदेश बदले जिसका जिम्मा बुजुर्ग बादल ने खुद संभाल लिया है। कोरोना महामारी के बावजूद वह अपने विधानसभा क्षेत्र लांबी में सक्रिय देखे गए हैं।

भटिंडा लोकसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाली इस सीट से बादल 1957 से चुनाव लड़ते आ रहे हैं। अपनी उम्र और अनुभव को आधार बनाते हुए वह जनता से यह अपील कर रहे हैं कि उनके दल को इस बार एक एक मौका दिया जाए। इसके लिए एक डिजिटल अभियान की तैयारी भी शुरू हो चुकी है।