
भोपाल
मध्यप्रदेश सरकार को अंततः अवैधानिक तरीके से कराये जा रहे पंचायत चुनाव को रोकने का फैसला किसान आंदोलन की तरह जिद्दीपन का पराभव है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि अगर सरकार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की बात मान लेती तो न तो सरकार अपमानित होती न ही लाखों प्रत्याशियों का लाखों रुपया डूबता।
गुप्ता ने कहा कि इस फैसले से जनप्रतिनिधित्व की आकांक्षाओं को चोट पहुंचायी गयी है।इस फैसले से लोकतंत्र तो हारा ही ,ब्याज में आरक्षण भी खत्म करवा दिया।
गुप्ता ने कहा कि सरकार ने कोरोना के नाम पर फैसला तो कर लिया अब कैरोना की वास्तविक स्थिति से प्रदेश को अवगत कराये।कोरोना रोकने के लिये सरकार की क्या तैयारी है ये प्रदेश को बताया जाये ।