भोपाल
सत्ता का सेमीफाइनल कहे जा रहे इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है। मतों की गणना शुरू होते ही सबकी निगाहें भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर पर है। आज जिन 11 नगर निगमों के नतीजे आएंगे, उन सभी पर बीजेपी का कब्जा है। इन सीटों पर 2014 में निकाय चुनाव हुए थे। कोरोना की वजह से दो साल से चुनाव नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन सीटों पर साख बची रह जाए। यही वजह है कि इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए प्रदेश से लेकर केंद्रीय स्तर तक के नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी थी।
प्रदेश के 11 नगर निगमों की हो रही मतगणना में कांग्रेस की पूर्व के चुनाव से बेहतर स्थिति दिखाई दे रही है। जबकि भाजपा को कुछ सीटों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। सबसे पहले बुरहानपुर नगर निगम महापौर चुनाव का परिणाम सामने आया। यहां से भाजपा उम्मीदवार माधुरी पटेल ने चुनाव जीत लिया है। बाकी के दस नगर निगमों में खबर लिखे जाने तक भाजपा पांच और कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार चार शहरों से आगे चल रहे हैं, जबकि एक सीट पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आगे चल रही है।
भोपाल, इंदौर, सागर, सतना, खंडवा में भाजपा के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। जबकि जबलपुर से कांग्रेस उम्मीदवार जगत सिंह अन्नू ने निर्णायक बढ़त बना ली है। ग्वालियर, उज्जैन, छिंदवाड़ा में कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। जबकि सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रानी अग्रवाल लगातार आगे चल रही हैं।
सतना में सिद्धार्थ अपना ही वार्ड हारे
सतना में कांग्रेस की स्थिति बेहतर नहीं रही। यहां से कांग्रेस ने सतना के विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को महापौर उम्मीदवार बनाया था। वे अपने ही वार्ड से हार गए। यहां से भाजपा के योगेश ताम्रकार बढ़त बनाए हुए हैं।
आप की दस्तक
इधर आम आदमी पार्टी ने भी प्रदेश में पहली बार दस्तक देते हुए सिंगरौली में अपनी ताकत दिखाई हैं। यहां से आप की उम्मीदवार रानी अग्रवाल सबसे आगे चल रही है। जबकि कांग्रेस दूसरे नंबर पर और तीसरे नंबर पर यहां पर भाजपा बनी हुई है।
आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम के पर्षादों ने खाता खोला
निकाय चुनाव में कई स्थानों पर रोचक स्थिति नजर आई। सतना नगर निगम में वार्ड 15 से प्रत्याशी को सिर्फ एक वोट से जीत हासिल हुई है, वहीं महू विधानसभा क्षेत्र के महूगांव नगर परिषद में वार्ड 8 में भाजपा प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशी को एक बराबर वोट मिला। यहां पर पर्ची निकालकर निर्दलीय प्रत्याशी को विजयी घोषित किया गया। ओवैसी की पार्टी ने खंडवा नगर निगम के वार्ड 1 में फतह हासिल की। वहीं ओरछा नगर परिषद में वार्ड 3 से आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की। उधर बालाघाट जिले के वारा सिवनी नगर पंचायत में 15 वार्डों में से दस में निर्दलीय जीते हैं।
कांग्रेस की जबलपुर ग्वालियर में लीड
कांग्रेस ने इस बार जबलपुर और ग्वालियर में जबरदस्त प्रदर्शन किया। जबलपुर में कांग्रेस उम्मीदवार जगत बहादुर अन्नू भाजपा के उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र जामदार से निर्णायण बढ़त बना चुके हैं। वहीं ग्वालियर में भी कांग्रेस की शोभा सिकरवार ने भाजपा की सुमन शर्मा से बढ़त बना ली है। इसके अलावा छिंदवाड़ा में कांग्रेस के विक्रम आहके और आनंद धुर्वे के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है। उज्जैन में भी कांग्रेस के महेश मालवीय ने भाजपा के मुकेश टटवाल से बढ़त ली है।
भोपाल, इंदौर, खंडवा में बड़ी जीत की ओर भाजपा
खबर लिखे जाने तक भोपाल, इंदौर और खंडवा में भाजपा महापौर उम्मीदवार बड़ी जीत की ओर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे थे। भोपाल से भाजपा उम्मीदवार मालती राय ने कांग्रेस प्रत्याशी विभा पटेल से करीब 15 हजार वोटों की बढ़त बना ली थी। वहीं इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार एवं विधायक संजय शुक्ला से भाजपा उम्मीदवार पुष्पमित्र भार्गव ने निर्णायक बढ़त बना ली है। खंडवा में भाजपा उम्मीदवार अमृता अग्रवाल ने कांग्रेस उम्मीदवार आशा मिश्रा से करीब 12 हजार वोटों की बढ़त बना ली थी। वहीं सागर में भी भाजपा की संगीता तिवारी कांग्रेस की उम्मीदवार निधि जैन से बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं सतना में भी भाजपा आगे चल रही है।