दावा था कि 386 सदस्य जीते, लेकिन नहीं मिले इतने वोट, कमलनाथ शुरू करेंगे पंचायत चुनाव हार की समीक्षा

भोपाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ अब भोपाल आते ही जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हार की समीक्षा करेंगे। इस समीक्षा के बाद कई नेताओं पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। कमलनाथ के कहने पर सभी जिलों से इस संबंध में रिपोर्ट पीसीसी तक पहुंच चुकी है। रिपोर्ट पर उनकी कोर टीम ने काम शुरू कर दिया है। जो नाथ के भोपाल आते ही उनके सामने प्रस्तुत की जाएगी। चुनाव के बाद बाहर गए नाथ आज भोपाल आ रहे हैं।

जिला पंचायत चुनाव के परिणाम आते ही कांग्रेस उत्साहित थी और उसने दावा किया था कि उसके 386 सदस्य चुनाव जीते हैं। प्रदेश की कुल 875 जिला पंचायत सदस्यों में से इतनी बड़ी संख्या में सदस्यों की जीत से कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह कम से कम 20 जिलों में अपना जिला अध्यक्ष बनवा सकती है, लेकिन जब जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के परिणाम सामने आए तो कांग्रेस के पैरों के नीचे से जमीन खिसकती हुई दिखाई थी। कांग्रेस महज 10 जिलों में ही जिला पंचायत अध्यक्ष अपना बनवा सकी। जबकि भाजपा के 37 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीते।

बताया जाता है कि इस हार को कांग्रेस हल्के में नहीं ले रही है। इस झटके के बाद कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाने का तय किया है। इसके चलते ही कमलनाथ ने एक-एक जिले से हर सदस्य को लेकर समीक्षा करने का तय किया था। इसके बाद जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों से हर जिले की रिपोर्ट तलब की थी। अधिकांश जिलों की रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंच गई है। जिन-जिन जिलों से कांग्रेस की रिपोर्ट आई है, उन रिपोर्ट का अध्ययन नाथ की कोर टीम कर रही है।

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