1984 में सिखों के साथ हुई हिंसा से शुरू हुई मॉब लिंचिंग: नरोत्तम मिश्रा
भोपाल
गृह मंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी के लिंचिंग संबंधी अल्प-ज्ञान को हास्यास्पद बताया है उन्होंने कहा है कि शायद राहुल को पता नहीं है कि लिंचिंग की शुरुआत कश्मीर में हिंदुओं और देश में 1984 के दंगों में सिखों के कत्लेआम से हुई थी। देश मे हुए 84 के दंगों में तो कांग्रेसी ही शामिल थे , लेकिन यह सब उन्हें नहीं दिखाई देगा। उन्हें तो केवल एक वर्ग के साथ हुई घटनाए ही मॉब लिंचिंग दिखती है। लगता हैं कि कांग्रेस के युवराज एक बार फिर तुष्टिकरण की राजनीति पर ही अग्रसर है जिसने कांग्रेस को हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया है। उसे वह गर्त में ले जाकर ही छोड़ेंगे।
तुष्टिकरण की राजनीति करने @RahulGandhi जी को चुनाव के समय #UttarPradesh में तो मॉब लिंचिंग दिखाई दे रही है लेकिन केरल में नहीं, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं को बेरहमी से मारा गया।@BJP4UP pic.twitter.com/B6aZqQHNWg
गृह मंत्री ने कहा कि 84 के दंगों में तो कांग्रेसियों ने ही सिखों का कत्लेआम किया था। क्या वह मॉब लिंचिंग नही थी। तब तो कहा था कि बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती ही है।राहुल गांधी मॉब लिंचिंग में यदि इन घटनाओं का जिक्र भी करते तो आरोप में कुछ ईमानदारी तो रहती।
दरअसल, राहुल गांधी इस तरह की हर घटना को तुष्टिकरण के चश्मे से देखते है।इसलिए यूपी में चुनाव के कारण मॉब लिंचिंग दिखाई दे जाती है, लेकिन केरल में हुई मॉब लिंचिंग दिखाई नही देती है।उन्हें वैसे भी एक वर्ग के साथ हुई घटनाए ही दिखाई देती है।अखलाख के साथ हुई घटना दिख जाती है लेकिन केरल में हुई जघन्य हत्या पर उनका मुँह बंद रहता है। कांग्रेस इसी तुष्टिकरण नीति का परिणाम भोग रही है ओर आगे भी भोगेगी।