भोपाल
मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनावों के अंतिम चरण का मतदान चल रहा है। कुछ क्षेत्रों में बारिश के कारण मतदान प्रभावित हुआ। हालांकि किसी स्थान अब तक तेज बारिश की खबर नहीं है। प्रशासन बारिश के अलर्ट के चलते तेजी से मतदान कराने की कोशिश कर रहा है। वहीं कल से नतीजे आना शुरू हो जाएंगे। नतीजों के इंतजार में स्थानीय निकायों से लेकर भोपाल तक नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।
नगरीय निकाय चुनावों के दूसरे और अंतिम चरण में 43 जिलों में वोट डाले जा रहे हैं। 5 नगर निगम- रतलाम, मुरैना, देवास, रीवा और कटनी में वोटिंग चल रही है। 40 नगर पालिका परिषद और 169 नगर परिषदों में भी मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगा। कुल 214 निकायों के लिए 6 हजार 829 पोलिंग बूथ पर वोट डाले जा रहे हैं। पहले चरण का मतदान 6 जुलाई को हो चुका है। देवास में बारिश के बीच लोग छाते और रेनकोट पहनकर वोटिंग करने पहुंच रहे हैं।
रतलाम में भी सुबह बारिश ने मतदान प्रभावित किया। नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण में भी नगर निगम क्षेत्रों के मतदाता शुुरुआती पांच घंटे में उस तेजी से वोटिंग के लिए नहीं निकले, जैसी मतदाता पर्ची वितरण और प्रशासन की कोशिश के चलते उम्मीद की जा रही थी। वहीं नगर परिषदों और नगरपालिकाओं में जरूर स्थिति ठीक रही। सभी निकायों में शुरुआती छह घंटे में पचास फीसदी तक वोटिंग हो गई है। वोटिंग मुरैना में बसपा की महापौर प्रत्याशी को पुलिस ने खदेड़ दिया। वह अपने पक्ष में मतदान कराना चाह रही थीं। टीकमगढ़ में मतदान के दौरान भाजपा विधायक राकेश गिरी और कांग्रेस के पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला के बीच झड़प हो गई।
प्रदेश में इस माह गांव और शहर सरकार का गठन हो जाएगा। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कराए गए मतदान के बाद गुरुवार से मतगणना की झड़ी लगेगी जो रुक-रुककर बीस जुलाई तक रहेगी। सरपंच, पंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य पद पर जीत हासिल करने वालों के चुनाव परिणाम की घोषणा 14 व 15 जुलाई को होगी और इसके एक दिन के अंतर के बाद 17 जुलाई को 11 भोपाल, इंदौर, सतना, सिंगरौली, जबलपुर, ग्वालियर, खंडवा, उज्जैन, सागर, छिंदवाड़ा और बुरहानपुर नगर निगमों समेत 6 जुलाई को पहले चरण की वोटिंग वाले नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम घोषित होंगे। आज जो वोटिंग हो रही है, उसके चुनाव परिणाम 20 जुलाई को घोषित किए जाएंगे।
विधायकों की प्रतिष्ठा का प्रश्न
भाजपा कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बने जिला और जनपद पंचायत के अध्यक्ष पदों पर जोड़तोड़ के लिए औपचारिक प्रक्रिया दोनों ही दल गुरुवार से कर सकेंगे। गुरुवार को जिलों में पंच, सरपंच और जनपद सदस्य के पदों के निर्वाचन का आधिकारिक ऐलान किया जाएगा। इसके बाद गुरुवार से जनपद अध्यक्ष और शुक्रवार से जिला पंचायत अध्यक्ष के पद के लिए जोर आजमाईश तेज हो जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के आदे्रश के आधार पर जनपद सदस्य स्तर के पदों पर निर्वाचित होने वालों का ऐलान विकासखंड स्तर पर राजस्व अनुविभागीय अधिकारी करेंगे। प्रदेश में तीन चरणों में हुए पंचायत चुनाव में जिला पंचायत सदस्य के 875, जनपद पंचायत सदस्य के 6771 और 22921 सरपंच के पदों के लिए मतदान कराने के बाद मतदान केंद्र में ही मतगणना कराई जा चुकी है। इन मतों के टेबुलेशन का काम विकासखंड और जिला स्तर पर होना है।
मैहर विधायक ने आयोग और अफसरों को घेरा
उधर मैहर नगरपालिका में वोटिंग के बीच मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी का बयान राज्य निर्वाचन आयोग और अपनी ही सरकार के अफसरों के खिलाफ आया है। त्रिपाठी ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जब एक ही दल को प्रमाण पत्र देना है तो इतनी सारी औपचारिकता की जरूरत क्या है? अफसर भाजपा को जिताने के लिए यहां बांटी जा रही शराब और अन्य प्रतिबंधित गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है तो राज्य निर्वाचन आयोग को धिक्कार है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा से विधायक हैं लेकिन जिस तरह की स्थिति यहां बनी है, उसे देखकर व्यथित हैं। ऐसे चुनाव का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
सीएम शिवराज ने दी गुरुपूर्णिमा की बधाई, मतदान की अपील
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को गुरु पूर्णिमा पर्व पर प्रदेश के सभी नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि गुरु के बताए सन्मार्ग पर चलकर प्रदेश के विकास में सभी सहभागी बनें। इसके लिए जरूरी है कि नगर सरकार के गठन के लिए हो रहे मतदान में सभी बढ़चढ़कर भागीदारी करें और मतदान अवश्य करें। अधिक मतदान स्वच्छ सरकार का द्योतक होता है।