जयपुर
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश अराजकता के दौर से गुजर रहा है। यहां न कोई सुनने वाला है और न कोई देखने वाला है। आम लोगों की पीड़ा समझने वाला प्रदेश में कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को सब मिलकर विकास की राह पर लाए थे, वहां अब कांग्रेस सरकार के कारणों से मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में विकास कार्य बंद होने लगे हैं। वर्तमान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार होने लगे हैं। दलित उत्पीड़न पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। वसुंधरा अखिल भारतीय हरियाणा गौड़ महासभा के कार्यक्रम में बोल रही थी ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद लगातार बढ़ता जा रहा है। चोरी, महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सत्ता में बैठे कांग्रेस के नेता कुर्सी की चिंता में आम लोगों को भूल गए हैं। भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है। वसुंधरा ने कहा कि कुछ समय पहले तक राजस्थान शिक्षा, चिकित्सा और जल संरक्षण में देश में अव्वल था,लेकिन अब प्रत्येक योजना में पिछड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सवर्णों को आरक्षण देने के लिए विधानसभा में विधेयक पारित करवाया था। साल, 2019 में केंद्र सरकार ने पिछड़े सवर्णों को दस फीसरी आरक्षण देने का निर्णय लागू किया ।
प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में 550 करोड़ का बजट खर्च कर के 125 मंदिरों का निर्माण करवाया । इसके साथ ही 110 करोड़ की लागत से 50 देवी-देवताओं और महापुरुषों के स्मारक बनाए थे। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ,सांसद रामचरण बोहरा,भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अशोक परनामी सहित कई नेता मौजूद थे।