भोपाल
अगले माह राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव होना है। आंकड़ों के हिसाब से 1 सीट कांग्रेस तो दो सीट से भाजपा प्रत्याशी राज्यसभा पहुंचेंगे। कांग्रेस में कल हुई विधायक दल की बैठक में राज्यसभा सदस्य को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्रीय नेतृत्व ही प्रत्याशी तय करेगा, वहीं भाजपा हर बार की तरह नया चेहरा राज्यसभा भेज सकती है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और अन्य नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन अगले महीने होने जा रहे राज्यसभा चुनाव को लेकर इस बैठक में बिलकुल भी चर्चा नहीं हो सकी। इससे अब यह साफ हो गया है कि राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार चयन के लिए प्रदेश कांग्रेस कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। संगठन में लंबे समय से काम कर रहे पदाधिकारियों को यह उम्मीद थी कि विधायक दल की बैठक में राज्यसभा के लिए उम्मीदवार को लेकर चर्चा होगी। जिससे प्रदेश से कौन उम्मीदवार होगा इसे लेकर तस्वीर साफ होगी, लेकिन बैठक में इस संबंध में चर्चा नहीं होने से अब यह माना जा रहा है कि दिल्ली ही तय करेगी कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मिलने वाली एक सीट से किसे राज्यसभा में भेजना है।
दरअसल कांग्रेस संगठन के कुछ लोग चाहते थे कि इस बार संगठन से किसी को भेजा जाए, जो लंबे अरसे से संगठन के लिए काम कर रहे हैं। जिन्हें अब तक न तो विधानसभा का टिकट मिला और ना ही लोकसभा का टिकट मिला। ऐसे में उन्हें उम्मीद थी कि विधायक दल की बैठक में इस पर चर्चा होकर हाई कमान को इससे अवगत कराया जाएगा।
राज्यसभा के चुनाव अगले महीने होना है। तीन सीटों पर चुनाव होना है। जिसमें से एक सीट कांग्रेस के खाते में आना है। जबकि दो सीटें भाजपा के पास जाएंगी। कांग्रेस की ओर से विवेक तन्खा का कार्यकाल जून में पूरा हो रहा है। राज्यसभा चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी हो चुकी है और यदि जरूरत हुई तो दस जून को मतदान होगा।