अमृतसर
कांग्रेस कार्यकर्ता करमजीत सिंह गिल की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वह सिख दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहले स्वर्ण मंदिर में दिख रहे हैं। इस मसले पर अब बवाल बढ़ गया है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी है। इससे करमजीत सिंह गिल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले को एसजीपीसी ने उकसावे वाली कार्रवाई माना है और कड़ी निंदा की है। एसजीपीसी के मुखिया हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि जगदीश टाइटलर सिख दंगों के मुख्य आरोपी थे और उन्हें कभी माफ नहीं किया जा सकता।
अमृतसर पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में गुरुद्वारों का प्रबंधन एसजीपीसी की ओर से ही किया जाता है। करमजीत सिंह गिल की जगदीश टाइटलर की तस्वीर वाली टीशर्ट की फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। धामी ने कहा कि जगदीश टाइटलर जैसे शख्स की तस्वीर वाली टीशर्ट पहनकर गुरुद्वारे में आना सिखों को उकसाने की कार्रवाई है। यही नहीं उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से एक सुनियोजित साजिश है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस का एक नेता इस तरह की हरकत गुरुद्वारे में करता है तो यह सोची-समझी साजिश लगती है।
यही नहीं उन्होंने कांग्रेस को भी सिख विरोधी करार दिया। धामी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से सिख विरोधी रही है। आज कांग्रेस के नेता एक बार फिर से सिखों की भावनाओं को आहत कर दिया है। हरमंदिर साहिब में जगदीश टाइटलर की तस्वीर वाली टीशर्ट पहनकर आना सिखों की भावनाओं को भड़काने जैसा है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण मंदिर में दुनिया भर के सिखों और अन्य लोगों की आस्था है। उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र स्थान पर सिखों की भावनाएं आहत की जाएं, यह स्वीकार नहीं किया जा सकता। आने वाले कुछ दिनों में करमजीत सिंह गिल का गुरुद्वारे में टाइटलर की तस्वीर वाली टीशर्ट पहनकर जाना बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है।