गांव-गांव जाएंगे केंद्रीय मंत्री, रात भी वहीं बिताएंगे; MYY पर रहेगा भाजपा का फोकस

जयपुर
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार के शासन के आठ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सभी केंद्रीय मंत्री देशभर के गांवों का दौरा करेंगे और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर आम जनता की प्रतिक्रिया लेंगे। इसके साथ ही भाजपा ने हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी जीत का श्रेय 'एमवाईवाई' यानी महिला, युवा व योजनाओं को दिया है।  भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई। इसमें पार्टी ने कांग्रेस शासित राजस्थान में अपराधों की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई। पार्टी ने बैठक के पहले दिन तीन वक्तव्य जारी किए गए। इसमें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल को 'आठ साल सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण' बताया गया है। सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा है कि 'इतिहास प्रधानमंत्री मोदी को दया व करुणाा के प्रतीक के रूप में याद रखेगा।'

गावों में रात बिताएंगे केन्द्रीय मंत्री
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि पार्टी मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने का जश्न 'सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण' की थीम पर मनाएगी। तावड़े ने कहा, 'सभी केंद्रीय मंत्री (कल्याणकारी योजनाओं के) लाभार्थियों के साथ बातचीत करने के लिए देशभर के गांवों का दौरा करेंगे और रात वहीं बिताएंगे।' इस पहल का उद्देश्य लोगों की राय जानना है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा व मणिपुर के विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत को लेकर पार्टी ने एक वक्तव्य 'चार राज्यों में महाविजय' जारी किया।  

भाजपा का नया समीकरण समझें
भाजपा की जीत का जिक्र करते हुए इसमें कहा गया है इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की जनता की अगाध और अटूट आस्था है। इसमें कहा गया है, 'प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प और कार्यों ने नए भारत के निर्माण के लिए जाति-पंथ की सीमा से परे एक 'लाभार्थी' वर्ग और एक नया 'एमवाईवाई' यानी 'महिला, युवा व योजना' का समीकरण तैयार किया है।'

कांग्रेस पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप
एक वक्तव्य में राजस्थान की कांग्रेस सरकार को 'जन विरोधी' करार दिया गया है। राज्य सरकार को किसान व युवा विरोधी बताते हुए वक्तव्य में कहा गया है कि 'कानून व्यवस्था बदहाल, अपराधी बेखौफ व राज्य में जंगलराज है।' इसके साथ ही कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया गया है।