नई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेस वार्ता कर केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं के विश्वास को बेच दिया गया। महिलाओं के साथ धोखा किया गया है। महिलाओं को उनका हक नहीं दिया जा रहा है। प्रियंका ने आगे कहा कि अयोध्या में दलितों की जमीन हड़पी गई है। उन्होंने कहा कि देश के लगभग हर घर ने राम मंदिर ट्रस्ट को कुछ न कुछ दान दिया है। घर-घर जाकर प्रचार भी किया गया। यह भक्ति की बात है और इसके साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दलितों की जमीन के टुकड़े, जिन्हें खरीदा नहीं जा सकता था, हड़प लिया गया। प्रियंका ने कहा कि जमीन के कुछ टुकड़े कम मूल्य के थे और ट्रस्ट को बहुत अधिक कीमत पर बेचे गए थे। इसका मतलब है कि चंदा के जरिए जो पैसा इकट्ठा हुआ है, उसमें घोटाला है। प्रियंका ने कहा कि माने तो एक तरह से राम के नाम पर लूट मचाई जा रही हो। प्रियंका गांधी ने जिला स्तर के अधिकारी को जांच दिए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए।
मिनट-मिनट में हुए घोटाले: प्रियंका
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि 10 हजार वर्ग मीटर की जमीन 8 करोड़ रुपये में ट्रस्ट को बेची गई, फिर उसी जमीन का दूसरा हिस्सा जो कि 12 हजार वर्ग मीटर का था उसे दो करोड़ रुपये में किसी रवि मोहन तिवारी को बेची गई। ये जमीन 19 मिनट बाद बेची गई तो जो 12 हजार वर्ग मीटर की दूसरी जमीन है, उसे रवि मोहन तिवारी 19 मिनट बाद खरीदते हैं। प्रियंका ने आगे गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तिवारी ने जो जमीन खरीदी उसमें आरएसएस के नेता अनिल मिश्रा और राम मंदिर के ट्रस्टी गवाह हैं। उसमें दूसरे गवाह अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय हैं। पांच मिनट बाद रवि मोहन तिवारी उसी दो करोड़ की जमीन को 18.5 करोड़ में ट्रस्ट को बेच देते हैं। अगर ये घोटाला नहीं है, भ्रष्टाचार नहीं है तो क्या है?
योगी सरकार कर रही मामले की जांच
बता दें कि राम जन्मभूमि मंदिर पर शीर्ष अदालत का फैसला आने के बाद अयोध्या में अधिकारियों-नेताओं व उनके रिश्तेदारों ने बड़े पैमाने पर जमीनें खरीदी हैं। करोड़ों की ये जमीनें औने-पौने दाम पर खरीदी गई हैं। इसका खुलासा होने के बाद योगी सरकार ने मामले की जांच का फैसला किया है। अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विशेष सचिव राजस्व को जांच सौंपी गई है और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।