भाजपा में भगदड़ के बाद आया उत्तर प्रदेश का पहला ओपिनियन पोल, जानें- चुनाव पर कितना असर

 नई दिल्ली लखनऊ

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार के 3 मंत्रियों समेत 15 विधायकों ने भाजपा छोड़ दी है। इसके चलते भगवा दल पर चुनावी संभावनाओं पर भी असर पड़ने की बातें की जा रही हैं, लेकिन यह कितना सही और गलत है, यह चुनाव के बाद ही पता चलेगा। इस बीच भाजपा में भगदड़ के बाद पहला ओपिनियन पोल आया है, जिसमें इसके चलते उसे नुकसान की बजाय फायदा ही होने की बात कही गई है। सर्वे में 13 जनवरी को लोगों से राय ली गई है, जिसमें 50 फीसदी लोगों ने भाजपा की वापसी की बात कही है। इसके अलावा 28 फीसदी लोग ही ऐसे हैं, जो मानते हैं कि समाजवादी पार्टी सत्ता में आएगी।

सर्वे में शामिल 9 फीसदी लोगों को लगता है कि बहुजन समाज पार्टी यूपी में सरकार बनाएगी। वहीं 6 फीसदी को कांग्रेस के जीत हासिल करने की उम्मीद है। इसके अलावा 2 फीसदी को लगता है कि कोई और राज्य में सरकार बनाएगा। सिर्फ 2 फीसदी लोगों को राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के आसार नजर आ रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि सर्वे में भाजपा की जीत उम्मीद जताने वाले लोगों की संख्या में इजाफा ही हुआ है। 23 दिसंबर के सर्वे में जहां 31 फीसदी जनता को लगता था कि सपा की जीत होगी उसका आंकड़ा घटकर अब 28 फीसदी रह गया है। वहीं बीजेपी के लिए आंकड़ा 23 दिसंबर के 48 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी तक पहुंच गया है।
 

सीएम योगी आदित्यनाथ के कामकाज को लेकर भी सर्वे में लोगों ने राय जताई है। 44 फीसदी लोगों का कहना कि योगी आदित्यनाथ का काम अच्छा है। इसके अलावा 20 फीसदी लोग मानते हैं कि योगी सरकार का कामकाज औसत रहा है। वहीं 36 फीसदी लोग मानते हैं कि सीएम योगी का काम खराब रहा है। यह आंकड़ा भाजपा के लिए चिंताजनक है क्योंकि सीएम योगी के कामकाज को अच्छा और खराब बताने वाले लोगों के बीच कम ही अंतर है। गौरतलब है कि यूपी में 10 फरवरी को पहले राउंड की वोटिंग होनी है और 10 मार्च को पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के साथ ही रिजल्ट आना है।