भोपाल/नई दिल्ली
देश के नये राष्टÑपति का चयन करने के लिए दिल्ली में संसद भवन में मध्यप्रदेश के सभी निर्वाचित सांसदों ने मतदान किया। वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा के निर्वाचित विधायकों ने सोमवार को मध्यप्रदेश विधानसभा में मतपत्रों के जरिए मतदान किया। सांसदों ने हरे और विधायकों ने गुलाबी रंग के मतपत्रों के जरिए मतदान किया। गोपनीयता के लिए मतपत्रों पर बैंगनी स्याही वाला पेन दिया गया। जिससे हस्ताक्षर कर वोट डाले गए। वोटिंग सुबह दस बजे से शुरू हुई है और शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। मतगणना 21 जुलाई को होगी और परिणाम भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे। 25 जुलाई को शपथग्रहण होगा।
भारत के 15वें राष्टÑपति के लिए एनडीए की ओर से द्रोपदी मुर्मू और विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से यशवंत सिन्हा के पक्ष में भाजपा और कांग्रेस के सांसद-विधायकों ने पार्टी व्हिप के अनुसार मतदान किया। विधानसभा परिसर के समिति कक्ष में मतदान केन्द्र बनाया गया था। यहां प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन,पीठासीन अधिकारी एवं विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह, निर्वाचन प्रेक्षक सत्येन्द्र सिंह की मौजूदगी में सभी निर्वाचित विधायकों ने बारी-बारी से मतदान किया।
मतदान स्थल पर व्यापक पुलिस बल, विधानसभा के मार्शलों की तैनाती की गई थी। मतदाताओं के टेम्प्रेचर लेने और उन्हें सेनेटाईजर देने का प्रबंध भी यहां किया गया था। मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 निर्वाचित विधायकों द्वारा मतदान किया जाना है। मतदान शाम पांच बजे तक होगा। इसके बाद अगले एक दो घंटों में नतीजों का ऐलान कर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सभी राज्यों की विधानसभाओं में डाले गए वोटों की जानकारी आने के बाद शाम सात बजे तक नतीजों का ऐलान कर दिया जाएगा।
6 अगस्त को उपराष्टÑपति के लिए वोटिंग
देश के उपराष्टÑपति पद के लिए छह अगस्त को मतदान होगा। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की ओर से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनकड़ और कांग्रेस सहित 19 विपक्षी दलों की ओर से राजस्थान समेह चार राज्यों की राज्यपाल रह चुकी मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। धनकड़ सोमवार को तो अल्वा मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करने वाली है।
42 सांसदों ने विधानसभाओं में किया वोट
राष्ट्रपति चुनाव में 9 विधायकों ने संसद भवन में वोड डाला, जबकि 42 सांसदों ने विभिन्न राज्यों की विधानसभा में वोट डाला। संसद में वोट करने वाले विधायकों में यूपी के 4 विधायक हैं। इसके अलावा असम से 1, हरियाणा से 1, ओडिशा से 1 और 2 विधायक त्रिपुरा के हैं। संसद भवन के कमरा संख्या 63 में 6 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें से एक बूथ फिजिकल चैलेंज्ड के लिए है। वोटिंग की गोपनीयता के लिंए बैलेट पेपर सीरियल नंबर की बजाए रैंडम तरीके से दिए जाएंगे।