
मुंबई
महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक का दौर अभी थमने नहीं वाला है. ना एकनाथ शिंदे के तेवर नरम पड़े हैं और ना ही उद्धव ठाकरे झुकने को तैयार दिख रहे हैं. लेकिन वर्चस्व की इस जंग में संजय राउत के एक बयान ने फिर बड़ा नाटकीय मोड़ ला दिया है. उन्होंने महा विकास अघाडी से अलग होने की बात कर दी है.
संजय राउत ने कहा है कि विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए. वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें, सीएम से चर्चा करें. अगर सभी विधायक चाहते हैं कि हम MVA गठबंधन से बाहर आ जाएं तो इसपर भी बातचीत होगी. लेकिन उनको आकर सीएम से बात करनी होगी. एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद सभी विधायकों को अगर लग रहा है कि उनको एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो आप यहां मुंबई आकर उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर चर्चा करें. हम सत्ता को छोड़ने के लिए तैयार हैं.
अब इस बड़े बयान के साथ-साथ संजय राउत ने बागी विधायकों को 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दे दिया है. साफ कर दिया है कि अगर किसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात करनी भी है तो उनके पास सिर्फ 24 घंटे हैं. उन्हें गुवाहाटी छोड़ मुंबई वापस लौटना पड़ेगा. लेकिन अभी के लिए एकनाथ शिंदे मुंबई लौटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. वे तो तमाम विधायकों के साथ शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. दावा कर रहे हैं कि उनके साथ पूरी शिवसेना भी है और निर्दलीयों का समर्थन भी उन्हें हासिल है.
शक्ति प्रदर्शन की जो तस्वीर सामने आई है, उसको देख समझा जा सकता है कि अभी एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के 35 विधायक हैं और 7 निर्दलीय भी मौजूद हैं. ऐसे में उनके साथ कुल 42 विधायकों का समर्थन मौजूद है. इस आंकड़े के साथ वे आसानी से बीजेपी के साथ मिलकर बहुमत साबित कर सकते हैं. लेकिन अभी तक इस बारे में ना एकनाथ शिंदे ने खुलकर कुछ बोला है और ना ही बीजेपी अपने पत्ते खोल रही है.