
इंदौर
इंदौर बायपास पर आज से युवक कांग्रेस द्वारा तीन दिवसीय युवा कुंभ एवं प्रशिक्षण शिविर का आगाज किया गया। युवक कांग्रेस के आयोजन सिंहनाद के आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य युवाओ को कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ना है। इस आयोजन में यूं तो प्रदेश कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए लेकिन पूरे आयोजन के पहले दिन पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजयसिंह ही चर्चाओं में रहे।
दिग्विजय सिंह ने कहा- नाथूराम गोडसे के भाई गोपाल गोडसे भी संघ में रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप ऐसे संगठन से लड़ रहे हैं, जो ऊपर से नहीं दिखता। जैसे घर में दीमक लगती है, उस तरह से काम करता है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं जब यह कहूंगा, तो सबसे ज्यादा गालियां मैं खाऊंगा, क्योंकि मैंने RSS की तुलना दीमक के साथ की है।
इंदौर में सोमवार को युवा कांग्रेस का 'सिंहनाद' कार्यक्रम हुआ। इसमें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी मित्तल, कांतिलाल भूरिया, विक्रांत भूरिया, मृणाल पंथ शामिल हुए। जिला युवा कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को दिग्विजय सिंह ने युवाओं को मूलमंत्र दिए।
उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा नफरत की है। ये विश्व में एक विशेष वर्ग है, जो फासीवादी विचारधारा से संगठन को मजबूत करना चाहता है। हर फासीवादी संगठन पहले डर बताता है। खतरा दिखाकर डर पैदा करो और डर पैदा करके स्वयं को बताओ कि हम ही तुम्हारी रक्षा कर सकते हैं, बाकी कोई नहीं कर सकता।
इंदौर में धर्म के नाम पर उगाया जाता सबसे ज्यादा चंदा
दिग्विजय सिंह ने कहा कि फासीवादी ताकतों का जिनका भारतीय संविधान में विश्वास नहीं है, महिला विरोधी है। प्रगतिशील विचारधारा के खिलाफ है। जो देश में धर्म के नाम पर गुमराह कर अपना चंदा उगाहते हैं। इंदौर शहर में जितना धर्म के नाम से चंदा लिया जाता है, शायद दूसरे शहर से नहीं लिया जाता होगा।
दरअसल, दिग्विजयसिंह ने युवक कांग्रेस के मंच से कई ऐसी बड़ी बातें कही है जो अब सुर्खियां बंटोर रही है। इंदौर में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर बड़ा जुबानी हमला बोला और उन्होंने आरएसएस की तुलना दीमक से कर कहा कि आरएसएस गुपचुप तरीके से नफरत फैलाने का काम करती है। आरएसएस केवल डराने का काम करती है लेकिन युवाओ को डरना नही चाहिए। उन्होंने कहा आरएसएस का संगठन है कहा और रजिस्टर्ड संस्था कहा है यहां तक कि कई दफा उनका कोई समर्थक किसी विवाद में उलझ जाता है तो वो उसे अपना समर्थक मानने से इंकार कर देते है।