आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में मां की आराधना से सिद्ध करे कार्य

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आषाढ़ माह की नवरात्रि में मां दुर्गा की शक्ति की उपासना की जाती है। इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि इन दिनों आदिशक्ति मां भगवती की उपासना 10 महाविद्याओं की साधना के रूप में की जाती है। वर्ष 2024 में इस बार आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ 6 जुलाई, दिन शनिवार से हो रहा है। हर वर्ष में 4 नवरात्रि आती है। इसमें 2 गुप्त एवं 2 उदय नवरात्रि होती हैं। चैत्र और अश्विन मास की नवरात्रि उदय नवरात्रि तथा आषाढ़ और माघ मास में गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार गुप्त नवरात्रि का पर्व प्रारंभ शनिवार, 6 जुलाई 2024 से होकर 16 जुलाई 2024 दिन मंगलवार तक जारी रहेगा। मां दुर्गा शक्ति की उपासना का पर्व गुप्त नवरात्रि से संबंधित पौराणिक मान्यता के अनुसार अन्य नवरात्रि की तरह ही पूजन करने का विधान है। इन दिनों मां दुर्गा के सभी स्वरूपों का मां काली, तारादेवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी माता, छिन्न माता, त्रिपुर भैरवी मां, धुमावती माता, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी का पूजन करते हैं। इन दिनों भी पूरी नवरात्रि उपवास का संकल्प लेते हुए प्रतिपदा यानी पहले दिन घटस्थापना करनी चाहिए। घटस्थापना के बाद प्रतिदिन सुबह और शाम मां दुर्गा की आराधना की जाती हैं।

पंडित सौरभ गणेश शर्मा, ज्योतिषाचार्य, बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र शास्त्री कॉलोनी स्टेशन रोड बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र सीहोर 9229112381

Exit mobile version