Basant Panchami : इस साल 26 जनवरी को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। वसंत पंचमी का दिन मां सरस्वती को अत्यंत प्रिय है। वसंत पंचमी के दिन विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति संगीत, कला और शिक्षा के क्षेत्र में सफल होता है। साथ ही मां शारदा का आशीर्वाद अपने भक्तों पर सदैव बना रहता है। मां सरस्वती को ज्ञान, वाणी और विद्या की देवी कहा जाता है। इनकी कृपा से ही छात्रों को विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसलिए छात्रों के लिए वसंत पंचमी का पर्व बहुत अधिक महत्व रखता है। इस दिन छात्रों को अपने स्टडी रूम में मां सरस्वती की प्रतिमा जरूर लगानी चाहिए। चलिए जानते हैं छात्रों के लिए मां सरस्वती की कैसी प्रतिमा सबसे अच्छी मानी जाती है…
ऐसी मूर्ति छात्रों के लिए होती है शुभ
1. कमल पुष्प पर विराजमान मां हंसवाहिनी को ज्ञान और विद्या की अधिष्ठात्री भी कहा जाता है। वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, विणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान हो कर प्रकट हुई थीं। ऐसे में माता की प्रतिमा खरीदते समय इसका खास ध्यान रखें।
2. छात्र अपने स्टडी टेबल पर मां सरस्वती की ऐसी मूर्ति रखें, जिसमें वो कमल पुष्प पर विराजमान बैठी हुई मुद्रा में हों। खड़ी हुई मुद्रा में माता की मूर्ति रखना शुभ नहीं माना जाता।
3. साथ ही मां सरस्वती की मूर्ति हमेशा सौम्य, सुंदर और आशीर्वाद वाली मुद्रा में होनी चाहिए। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार वीणा वादिनी मां सरस्वती की कृपा से संपूर्ण संसार में जीव जंतुओं को वाणी प्राप्त हुई थी।
4. माता की खंडित प्रतिमा न रखें। खंडित मूर्ति से घर में नकारात्मकता का वास होता है। साथ ही मां सरस्वती की दो प्रतिमा स्थापित न करें।