वैदिक पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया की तिथि 10 मई शुक्रवार को सुबह 4 बजकर 16 मिनट से शुरू होगी और इसका अंत 11 मई के दिन सुबह 2 बजकर 51 मिनट पर हो जाएगा। इसलिए इस साल अक्षय तृतीया 10 मई को मनाई जाएगी। बालाजी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने बताया कि सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने का विधान है। मां को गुलाब का फूल अर्पित करें और पूजा के समय गुलाबी रंग के कपड़े पहनें। हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है। सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन से केदारनाथ के कपाट खुल जाते हैं। इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 10 मई के दिन मनाई जाएगी। इसके साथ ही व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। मान्यता है कि इस दिन कुछ खास उपाय करने से मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं। अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो उससे छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर कर लें ये उपाय-
पंडित शर्मा के अनुसार ज्योतिष शास्त्र में अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने से धन की कमी नहीं होती। इस दिन विधिवत धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। वहीं, पूजा के समय मां लक्ष्मी को गुलाब का फूल अर्पित करें। पूजा के दौरान गुलाबी रंग के कपड़े पहनें। साथ ही बता दें कि अक्षय तृतीया पर घर की पूरी तरह से साफ-सफाई की जाती है। साथ ही, वास्तु दोष दूर करने के लिए भी इस दिन कुछ उपाय किए जा सकते हैं। इसके लिए सभी वस्तुओं को सही स्थान पर रखना बेहद जरूरी है। बता दें कि घर की अलमारी को दक्षिण दिशा में रखें। इससे धन में वृद्धि होती है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन घर में गणेश जी की प्रतिमा घर पर लाना शुभ माना गया है। वहीं, प्रतिमा को घर के मुख्य द्वार पर लगा दें। इस उपाय को करने से व्यक्ति को जीवन में आ रहे सभी संकट दूर होते है। वहीं, अगर आप दांपत्य जीवन में परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो अक्षय तृतीया कते दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी की पूजा करें। इस दिन जगत के पालनहार विष्णु जी की उपासना की जाती है। कहते हैं कि इससे व्यक्ति के जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। इस दिन आभूषण खरीदना भी शुभ माना गया है। अगर आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, तो इस दिन जौं खरीदना शुभ माना गया है। इस उपाय को करने से धन का आगमन होता है। पंडित शर्मा ने बताया कि अक्षय तृतीया हर वर्ष वैशाख मास में शुक्लपक्ष की तृतीया पर अक्षय तृतीया रहती। इस दिन विवाह करना शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है। यानी इस दिन मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं पूरे दिन ही मुहूर्त रहता है। इस बार अक्षय तृतीया 10 मई 2024 शुक्रवार के दिन रहेगी।
अक्षय तृतीया पर शुभ मुहूर्त –
अमृत काल: सुबह 07:44 से सुबह 09:15 तक।
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त: प्रात: 05:33:11 से दोपर 12:17:39 तक।
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:51 से दोपर 12:45 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:32 से दोपहर 03:26 तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:01 से 07:22 तक।
संध्या पूजा मुहूर्त: शाम 07:02 से रात्रि 08:05 तक।
रविवार:- पूरे दिन और रात।
अक्षय तृतीया का महत्व-
पंडित शर्मा ने कहा की अक्षय तृतीया (अखातीज) को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक कहा जाता है। जो कभी क्षय नहीं होती उसे अक्षय कहते हैं। बताया जाता है कि वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त है, जिसमें प्रथम व विशेष स्थान अक्षय तृतीया का है। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर के पूछने पर यह बताया था कि आज के दिन जो भी रचनात्मक या सांसारिक कार्य करोगे, उसका पुण्य मिलेगा। इस दिन को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है।