हिंदू धर्म में पूजा के बाद भोग लगाने की परंपरा बहुत प्राचीन है। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान को उनके प्रिय चीज का भोग लगाने से वह अति प्रसन्न होते हैं और मनचाही इच्छा प्राप्त करने का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। मान्यता यह भी है कि भोग के बिना पूजा सफल नहीं होती है। इसलिए आइए जानते हैं कि किन-किन देवी-देवताओं को चढ़ाया जाता है किस प्रकार का भोग।
विष्णु भगवान को चढ़ाया जाता है यह भोग
विष्णु भगवान को सृष्टि का पालनहार माना जाता है। इसलिए किसी भी पूजा में इन्हें भोग अवश्य लगाया जाता है। मान्यता है कि भगवान विष्णु को तुलसी अधिक प्रिय है इसलिए इन्हें पूजा के समय तुलसी दल का भोग लगाया जाता है। इसके साथ श्रीहरि को पंजीरी, सूजी का हलवा और पंचामृत का भी भोग अर्पित किया जाता है।
मां दुर्गा को अर्पित करें यह चीजें
माना जाता है कि मां दुर्गा जिन भी भक्तों से प्रसन्न हो जाती है उनके जीवन से कष्ट और दुख हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं। इसलिए मां दुर्गा को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाना आवश्यक माना जाता है। मां दुर्गा को भोग लगाने के लिए आप हलवा और चना अर्पित करें। साथ ही माता को मालपुआ, पूरणपोली और खीर भी बहुत प्रिय हैं।
महादेव को लगाएं इन चीजों का भोग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महादेव बहुत जल्दी ही अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें धतूरा, दूध, शहद, दही, घी आदि का भोग लगाने से भी प्रसन्न किया जा सकता है। धार्मिक ग्रंथों में यह भी बताया गया है कि भगवान शिव को मिठाई या भोजन का भोग नहीं लगाया जाता है। मान्यता है कि केवल पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करने से वह अत्यधिक प्रसन्न हो जाते हैं और सभी बनो भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं।
श्री कृष्ण को लगाएं इन चीजों का भोग
कई बार हमने देखा और सुना होगा कि भगवान श्री कृष्ण को माखन और मिश्री बहुत प्रिय है। इसलिए पूजा के बाद माखन मिश्री का भोग अवश्य लगाना चाहिए। साथ ही इन्हें धनिए की पंजीरी का भी भोग लगाना चाहिए।
मां लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है यह भोग
शास्त्रों में बताया गया है कि माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध से बनी सफेद मिठाईयों का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है। साथ ही माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। आप केसर भात या केसर वाली खीर का भी भोग लगा सकते हैं। यह भी मां लक्ष्मी को बहुत प्रिय है।