शोभन योग की साक्षी में 27 दिसंबर को मनेगी हनुमान अष्टमी

उज्जैन
 पंचांग की गणना के अनुसार पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर 27 दिसंबर को शोभन योग की साक्षी में हनुमान अष्टमी मनाई जाएगी। शहर में दो स्थानों से हनुमान दर्शन यात्रा निकलेगी। मंदिरों में भगवान का अभिषेक पूजन तथा भंडारे के आयोजन भी होंगे। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया मध्य भारत में हनुमान अष्टमी के पर्व की विशेष मान्यता हैं। इस बार हनुमान अष्टमी सोमवार के दिन हस्त नक्षत्र एवं शोभन योग की साक्षी में आ रही है। हनुमानजी की आराधना के लिए पंचांग की यह स्थिति श्रेष्ठ मानी जाती है। इस दिन मंगल, शनि व राहु को अनुकूल बनाने के लिए हनुमानजी की आराधना का विशेष फल बताया गया है।

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब जन्म कुंडली में मंगल,शनि तथा राहु विपरित अवस्था में होते हैं, तो भूमि, भवन आदि संपत्ति की प्राप्ति में रुकावट आती है। व्यक्ति का स्वास्थ्य भी गड़बड़ रहता है। ऐसी स्थिति में हनुमानजी की उपासना करना श्रेष्ठ माना जाता है। इस बार शोभन योग की साक्षी में जातक ग्रहों की अनुकूलता के लिए हनुमानजी की विधिवत साधना कर सकते हैं।

यह करने से होगा लाभ: जन्म कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, राहु की महादशा अथवा मंगल की महादशा या इनके मार्केश के प्रभाव को दूर करने के लिए हनुमानजी को चोला चढ़ाना चाहिए। सुंदरकांड, हनुमान अष्टक, हनुमान कवच का पाठ तथा हनुमानजी के एकाक्षरी बीज मंत्र का जाप करने से भी अनिष्ट व अरिष्ट का निवारण होता है। मंदिर के शिखर पर लाल ध्वजा लगवाना भी शुभ माना गया है। हनुमानजी को चूरमे का भोग लगाने से भी वे प्रसन्न होते हैं।

उज्जैन में हनुमान यात्रा का विशेष महत्व : उज्जैन प्राचीन नगरी है। यहां हनुमानजी की यात्रा से जुड़े अनेक कथानक मिलते हैं। महत्वपूर्ण कथाओं का अनुक्रम देखें तो हनुमतकेश्वर महादेव सहित हनुमानजी के अनेक प्राचीन पुराण प्रसिद्ध मंदिर महाकाल वन में विद्यमान है। हनुमान अष्टमी पर इन मंदिरों में दर्शन व पूजन करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इसलिए प्रतिवर्ष भक्त हनुमान दर्शन यात्रा करते हैं।