नई दिल्ली
ग्रहों में राजकुमार कहलाने वाले बुध को प्रसन्न करने और जन्मकुंडली में बुध से जुड़े समस्त दोषों को दूर करने के लिए एक प्रमुख दिन होता है बुधाष्टमी। यह बुधाष्टमी 9 फरवरी 2022 को आ रही है। जिस दिन अष्टमी तिथि के दिन बुधवार आए उस दिन बुधाष्टमी मनाई जाती है। साल 2022 में बुधाष्टमी तीन बार आएगी। इस बार 9 फरवरी, 8 जून और 30 नवंबर को बुधाष्टमी पड़ रही है। यह दिन बुध से जुड़े समस्त दोष दूर करने के लिए विशेष है। इस दिन सुख-सौभाग्य की कामना से माता पार्वती की पूजा भी की जाती है।
बुधाष्टमी के दिन व्रत रखें। हरे रंग के वस्त्र पहनकर ऊं ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम: मंत्र की 17, 5 या 3 माला जप करें। दिनभर व्रत रखें। एक समय भोजन करें। भोजन में नमक का सेवन न करें। मूंग से बनी वस्तुओं का सेवन करें। जैसे मूंग का हलवा, मूंग की पंजीरी, मूंग के लड्डू आदि। भोजन से पहले तुलसी के पत्ते चरणामृत या गंगाजल के साथ ग्रहण करें। इस व्रत को करने से विद्या, धन का लाभ होता है। व्यापार में उन्नति होती है तथा शरीर स्वस्थ रहता है। इससे बुध से जुड़े समस्त दोष दूर होते हैं।