पूजा-पाठ में तो गंगाजल का विशेष महत्व है ही साथ ही मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भी गंगाजल को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है।
यही वजह है कि हिंदू धर्म ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी धर्मों में गंगा मां का महत्वपूर्ण स्थान है। इतना ही नहीं शास्त्रों में भी गंगाजल को अमृत माना गया है। इसी के चलते आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में गंगाजल के कुछ ऐसे सरल व अचूक उपायों के बारे में बताया गया है। जिसको अगर कोई व्यक्ति श्रद्धा भाव से कर लेता है तो वह जीवन के सभी समस्याओं से निजात पा लेता है। तो ऐसे में देर न करते हुए चलिए आपको बताते हैं गंगाजल से जुड़े उन अचूक उपायों के बारे में-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कई बार ग्रहों की स्थिति कमजोर होने की वजह से व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत करने के लिए प्रत्येक सोमवार के दिन शिव पूजन करें और शिवलिंग का गंगाजल से अभिषेक करें। इससे आपको ग्रह दोष के कारण होने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और भगवान शिव की अत्यंत कृपा बरसेगी। लेकिन याद रखें कि जिस लोटे में गंगाजल डालकर आप शिवलिंग का अभिषेक करेंगे। वो लोटा पीतल का होना चाहिए। इससे घर की धन-संपन्नता बढ़ती है।
शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए। इसके लिए शनिवार के दिन एक पात्र में पानी लेकर उसमें थोड़ा सा गंगाजल डालकर पीपल की जड़ में अर्पित करें। इस उपाय को करने से यकीनन ही आपको शनि दोष से छुटकारा मिलेगा और जीवन सुखमय बनेगा।
तो वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप कर्ज से परेशान है। तो कर्ज से मुक्ति पाने के लिए पीतल की बोतल में गंगाजल भरकर अपने कमरे में उत्तर-पूर्व कोण में रख दें। मान्यता है कि ऐसा करने से कर्ज में डूबे व्यक्ति को राहत मिलती है और कर्ज की परेशानी के साथ अन्य परेशानियां भी दूर हो जाती है।
यदि आपके घर में नकारात्मकता बढ़ गई है और हमेशा क्लेश का वातावरण बना रहता है, तो इसके लिए प्रतिदिन पूजा के बाद अपने पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। इससे घर की सारी नकारात्मकता दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। लेकिन एक बात का भी ध्यान रखें कि गंगाजल को हमेशा मंदिर में ही रखें।
यदि घर में छोटे बच्चे को किसी की बुरी नजर लग गई है तो उसपर गंगाजल के छींटे मारने चाहिए। इससे नजर दोष का प्रभाव दूर होता है।