नई दिल्ली
भारतीय शटलर लक्ष्य सेन रविवार को ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में इतिहास रचने से चूक गए। वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य सेन को डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने सीधे सेट में 21-10, 21-15 से मात दी। इसी के साथ लक्ष्य को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। इस हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने लक्ष्य सेन का हौसला बढ़ाया है।
पीएम मोदी ने लिखा "आप पर गर्व है लक्ष्य सेन, आपने धैर्य और तप दिखाया है। आपने एक उत्साही लड़ाई लड़ी। आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि आप सफलता की नई ऊंचाइयों को छूते रहेंगे।" सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए लिखा "जीवन में कोई असफलता नहीं है। आप या तो जीतते हैं या आप सीखते हैं। मुझे यकीन है कि आपने इस अद्भुत अनुभव से बहुत कुछ सीखा है लक्ष्य सेन। आगामी टूर्नामेंटों के लिए आपको शुभकामनाएं।" सचिन तेंदुलकर और प्रधानमंत्री मोदी की इन बातों से जरूर 20 साल के इस खिलाड़ी का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
बात मुकाबले की करें तो डेनमार्क के वर्ल्ड नंबर 1 खिलाड़ी ने लक्ष्य सेन को 53 मिनट में हराया। इस हार के साथ ही लक्ष्य सेन 1980 में महान प्रकाश पादुकोण और 2001 में पुलेला गोपीचंद के बाद तीसरे भारतीय चैंपियन बनने से चूक गए। इस जीत के साथ एक्सेलसन ने लक्ष्य के खिलाफ अब अपना करियर रिकॉर्ड 5-1 का कर लिया है। लक्ष्य सेन फाइनल मुकाबले में विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ शुरुआत में पीछे 0-6 से पीछे थे। इसके बाद भी एक्सेलसन ने अपनी लीड कायम रखते हुए स्कोर को 11-2 तक पहुंचा दिया। एक्सेलन ने इसके बाद 22 मिनट में 21-10 से एकतरफा अंदाज में पहला गेम अपने नाम कर लिया।
दूसरे गेम में भी लक्ष्य शुरुआत में 4-7 से पीछे थे। इसके बाद भी वह विक्टर के अनुभव के टिक नहीं सके और मुकाबले में लगातार पीछे होते चले गए। एक्सेलसन ने आगे भी 17-10 की शानदार बढ़त बना ली। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार प्वाइंट्स लेते हुए 21-15 से लगातार दूसरा गेम जीतकर खिताब पर कब्जा जमा लिया।