हैमिल्टन। युवा बल्लेबाज यास्तिका भाटिया की जिम्मेदारी से भरी अर्धशतकीय पारी और स्नेह राणा की अगुआई में गेंदबाजों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से भारत ने मंगलवार को यहां बांग्लादेश को 110 रन से करारी शिकस्त देकर आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसने बीच में एक ही स्कोर पर तीन विकेट गंवाए लेकिन यास्तिका भाटिया की 50 रन की जिम्मेदारी भरी पारी से सात विकेट पर 229 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम 40.3 ओवर में 119 रन पर सिमट गई। ऑफ स्पिनर स्नेह राणा ने 30 रन देकर चार विकेट लिए जो उनके वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (19 रन देकर दो) और पूजा वस्त्राकर (26 रन देकर दो) तथा स्पिनर राजेश्वरी गायकवाड़ (15 रन देकर एक) और पूनम यादव (25 रन देकर एक) ने भी उनका अच्छा साथ दिया।
भारत की यह छह मैचों में तीसरी जीत है जिससे उसके छह अंक हो गये हैं और वह अंकतालिका में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। भारत अपना आखिरी लीग मैच 27 मार्च को साउथ अफ्रीका से खेलेगा। बांग्लादेश की यह पांच मैचों में चौथी हार है जिससे वह सेमीफाइनल की दौड़ से भी बाहर हो गया है। बांग्लादेश के लिए स्पिनरों की मददगार पिच पर लक्ष्य आसान नहीं था और भारतीय गेंदबाजों ने बारिश की संभावना के बीच उसका शीर्ष और मध्य क्रम लड़खड़ाकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी थी।
बांग्लादेश का स्कोर 18वें ओवर में पांच विकेट पर 35 रन था। इसमें सलामी बल्लेबाज मुर्शिदा खातून के 19 रन भी शामिल हैं जिसके लिए उन्होंने 54 गेंदें खेली। इसके बाद सलमा खातून (32) और लता मंडल (24) ने छठे विकेट के लिये 40 रन जोड़े। झूलन गोस्वामी ने सलमा खातून को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी जबकि पूजा वस्त्राकर ने लता मंडल के रूप में अपना दूसरा विकेट लिया। स्नेह राणा ने मध्यक्रम में कप्तान निगार सुल्ताना (तीन) और रूमाना अहमद (दो) को आउट करने के बाद निचले क्रम को समेटने में भी अहम भूमिका निभाई।
बांग्लादेश की तरफ से ऋतु मोनी (16) और 11वें नंबर की बल्लेबाज जहांनारा आलम (नाबाद 11) ने दोहरे अंक में पहुंचकर हार का अंतर कुछ कम किया। इससे पहले भारतीय पारी में स्मृति मंधाना (30) और शैफाली वर्मा (42) ने पहले विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी की लेकिन ये दोनों खिलाड़ी चार गेंद के अंदर आउट हो गई। कप्तान मिताली राज (शून्य) भी खाता खोले बिना पवेलियन लौट गयी जिससे स्कोर बिना किसी नुकसान के 74 रन से तीन विकेट पर 74 रन हो गया।
मध्यम गति की गेंदबाज ऋतु मोनी (37 रन देकर तीन) ने शैफाली और मिताली को लगातार गेंदों पर आउट किया जबकि बाएं हाथ की स्पिनर नाहिदा अख्तर (42 रन देकर दो) ने मंधाना को आउट करके भारत को पहला झटका दिया था। शैफाली ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया। उप कप्तान हरमनप्रीत कौर भी 14 रन बनाकर रन आउट हो गई।
भाटिया ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली तथा 80 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 50 रन बनाये। उन्होंने ऋचा घोष (26) के साथ 54 रन की साझेदारी की। नाहिदा ने ऋचा को आउट करके यह साझेदारी तोड़ी। भाटिया भी अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद पैडल स्कूप करने के प्रयास में शार्ट फाइन लेग पर कैच दे बैठी। उन्हें अपनी अर्धशतकीय पारी के लिये मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। पूजा वस्त्राकर (30) और स्नेह राणा (27) ने 38 गेंदों पर 48 रन की साझेदारी करके भारत का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। भारत ने स्पिनरों की मददगार पिच को देखते हुए तेज गेंदबाज मेघना सिंह की जगह पूनम यादव को अंतिम एकादश में शामिल किया था।