अहमदाबाद | भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच के पहले दिन का खेल देखने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्री स्टेडियम पहुंचे हैं। यहां दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने मैच से पहले अपने-अपने देश के कप्तान को खास कैप देकर सम्मानित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी का दिल जीत लिया।भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को खास कैप देकर सम्मानित किया।वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने स्टीव स्मिथ को इस खास टेस्ट मैच की कैप दी। स्मिथ और अल्बानीज आपस में व्यस्त थे,तभी पीएम मोदी ने स्टीव स्मिथ को बुलाया और हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया।
इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने भी रोहित शर्मा से हाथ मिलाया और चारों ने हाथ ऊपर कर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच दोस्ताना संबंधों की मिसाल दी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस तरह सभी का दिल जीत लिया।इस मैच में खेल शुरू होने से पहले एक खास गाड़ी में दोनों नेताओं ने स्टेडियम का एक चक्कर भी लगाया। इस दौरान स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा रहा और दर्शकों ने दोनों नेताओं का स्वागत किया। इस मैच में टॉस के लिए एक खास सिक्का बनाया गया था, जिसमें दोनों देशों के क्रिकेट से जुड़ी यादों के 75 वर्षों को दिखाया गया था।टॉस के बाद रवि शास्त्री ने पीएम मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम को भारतीय क्रिकेट से जुड़ी खास यादों के बारे में बताया और उसकी तस्वीरें भी दिखाईं। इस दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट क्रिकेट से जुड़ी यादों के बारे में भी रवि शास्त्री ने दोनों नेताओं को बताया।
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री और बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पीएम मोदी को खास आर्टवर्क भेंट की, जिसमें दोनों देशों के 75 साल के क्रिकेट के संबंध दर्शाए गए हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्री राष्ट्रगाम के दौरान अपनी-अपनी टीम के खिलाड़ियों के साथ रहे।दोनों देशों के प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए स्टेडियम परिसर में विशाल होर्डिंग्स लगाए गए हैं। होर्डिंग्स पर पंचलाइन "75 इयर्स ऑफ फ्रेंडशिप थ्रू क्रिकेट" है। होर्डिंग्स में दोनों देशों के पूर्व और वर्तमान क्रिकेट के दिग्गजों को भी दिखाया गया है। होर्डिंग्स को न केवल गलियारों, अभ्यास क्षेत्र और अन्य पैदल मार्गों में रखा गया है बल्कि पारंपरिक साइटस्क्रीन के पास भी एक प्रमुख स्थान मिला है।